- रासी वान डर डुसें को जीवनदान देना नहीं है हार की एकलौती वजह
- डुसें का कैच छोड़ने वाले श्रेयस अय्यर के ऊपर हार की ठीकरा फोड़ना ठीक नहीं
- ईशान ने कहा आगे के मैचों के लिए टीम इंडिया को तैयार करना होगा स्पेशल प्लान
नई दिल्ली: रासी वान डर डुसें (Rassie van der dussen)को श्रेयस अय्यर(Shreyas Iyer) द्वारा जीवनदान दिया जाना भले ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच(India vs South Africa First T20) में भारत पर भारी पड़ा हो लेकिन स्टार बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) का मानना है कि हार का ठीकरा इस पर फोड़ा नहीं जाना चाहिये। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 211 रन बनाये लेकिन वान डर डुसें और डेविड मिलर के बीच नाबाद शतकीय साझेदारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने पांच गेंद बाकी रहते सात विकेट से जीत दर्ज की।
अय्यर के ऊपर नहीं फोड़ना चाहिए हार की ठीकरा
मिलर ने 31 गेंद में 64 और वान डर डुसें ने 46 गेंद में 75 रन की नाबाद पारियां खेली। वान डर डुसें को 29 के स्कोर पर श्रेयस ने आवेश खान की गेंद पर जीवनदान दिया था जो भारत को महंगा पड़ा। इस बारे में पूछने पर मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में ईशान ने कहा, 'यह कहना गलत होगा कि उस कैच छूटने की वजह से ही हम मैच हारे। यह सही है कि कैच लपकने से मैच जीते जाते हैं लेकिन एक खिलाड़ी को दोषी ठहराना गलत होगा। हमें आकलन करना होगा कि गेंदबाजी में या क्षेत्ररक्षण में हमसे क्या गलतियां हुई।'
उन्होंने कहा, 'हमें यह भी नहीं भूलना चाहिये कि दक्षिण अफ्रीका एक बेहतरीन टीम है और पिछले कुछ अर्से से शानदार प्रदर्शन कर रही है। वह अपनी पूरी मजबूत टीम लेकर यहां आये हैं और उनके पास बहुत अच्छे फिनिशर भी हैं। उन्हें जीत का श्रेय दिया जाना चाहिये।'
आगे के लिए भारत को बनानी होगी खास रणनीति
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि बाकी चार मैचों में इन दोनों बल्लेबाजों के खिलाफ भारत को खास रणनीति बनानी होगी । उन्होंने कहा, 'मिलर ने आईपीएल वाले अपने फॉर्म को जारी रखा है और अगर ये दोनों बल्लेबाज लय में आ जायें तो इन्हें रोकना बहुत मुश्किल होता है। निश्चित तौर पर हमें बाकी मैचों में इनके खिलाफ खास रणनीति बनानी होगी।' अपने पदार्पण सत्र में आईपीएल खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस के लिये मिलर ने 449 रन बनाये थे।
शुरुआत से गेंदबाजों पर बनाना चाहता था दबाव
अपनी अर्धशतकीय पारी के बारे में ईशान ने कहा, 'मेरा लक्ष्य शुरू ही से गेंदबाजों पर दबाव बनाना और पहली गेंद से ही आक्रामक खेलना था। मैंने ढीली गेंदों को नसीहत दी और रनगति को आगे बढ़ाया।'
मौके का उठाना चाहते हैं फायदा
रुतुराज गायकवाड़ के साथ पारी का आगाज करने वाले ईशान ने स्वीकार किया कि नियमित सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और रोहित शर्मा के लौटने पर उनके लिये यह मौका मिलना मुश्किल होगा और वह इसकी अपेक्षा भी नहीं करते। उन्होंने कहा,‘राहुल और रोहित विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं और इतने अनुभवी हैं। मैं इसकी अपेक्षा भी नहीं करता कि उनके लौटने पर मुझे पारी की शुरुआत करने का मौका मिलेगा। मेरा काम जब भी मौका मिले, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। बाकी चयनकर्ताओं का काम है।'
आईपीएल में खेलने का हुआ फायदा
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज वान डर डुसें ने कहा कि आईपीएल में खेलने का उनके खिलाड़ियों को काफी फायदा मिला है और जीत में इसकी अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर दो महीने यहां रहने से हम हालात के अनुकूल जल्दी ढल सके। इसके साथ ही भारतीय गेंदबाजों के बारे में भी पता था तो रणनीति बनाने में मदद मिली।'
खुशनसीब था मिले जीवनदान को भुना सका
मिलर के साथ अपनी साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा, 'डेविड ने आईपीएल वाली लय यहां भी जारी रखी और गेंदबाजों पर शुरू से दबाव बनाया। उसके आक्रामक खेलने से मुझे क्रीज पर जमने में मदद मिली। हमने स्ट्राइक रोटेट करते हुए पारी को आगे बढाया और अंत तक डटे रहे। मैं खुशकिस्मत था कि मुझे जीवनदान मिला और मैं उसे भुना सका।'