- ड्वेन ब्रावो ने रचा नया इतिहास, टी20 क्रिकेट में 500 विकेट पूरे
- टी20 क्रिकेट में 500 का आंकड़ा छूने वाले पहले गेंदबाज बने
- दूसरे नंबर पर श्रीलंका के लसिथ मलिंगा हैं मौजूद
Dwayne Bravo T20 record: वेस्टइंडीज के 36 वर्षीय दिग्गज ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो इस उम्र में भी अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कराने से पीछे नहीं हट रहे। ब्रावो ने अब टी20 क्रिकेट (अंतरराष्ट्रीय+लीग) में नया इतिहास रच दिया है। वो टी20 क्रिकेट में 500 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं। ब्रावो ने ये कमाल वेस्टइंडीज में जारी कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL 2020) के दौरान किया।
सीपीएल 2020 में बुधवार को शाहरुख खान की टीम त्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए सेंट लूसिया जुक्स के खिलाफ ड्वेन ब्रावो ने ऐतिहासिक आंकड़ा छू लिया। इस मुकाबले में ब्रावो ने अपने हमवतन ऑलराउंडर रहकीम कॉर्नवॉल को आउट करते हुए टी20 क्रिकेट में 500 विकेट का आंकड़ा छुआ और हाथ उठाकर कुछ इस तरह जश्न भी मनाया। साथ ही साथ ब्रावो ने सीपीएल इतिहास में भी अपने 100 विकेट भी पूरे कर लिए हैं। यहां देखिए वीडियो..
दूसरे नंबर पर कौन, काफी आगे हैं ब्रावो
ड्वेन ब्रावो का वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ लंबा विवाद रहा जिस दौरान वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लंबे समय तक दूर रहे लेकिन उसके बावजूद लीग क्रिकेट के दम पर ब्रावो इस आंकड़े तक सबसे पहले पहुंच गए। वैसे ब्रावो का ये रिकॉर्ड तोड़ना आसान नहीं होने वाला क्योंकि इस मामले में जो गेंदबाज दूसरे नंबर पर मौजूद है, वो हैं श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा जो अब भी ब्रावो से 110 विकेट पीछे हैं।
ये हैं टी20 क्रिकेट के टॉप-5 गेंदबाज
- ड्वेन ब्रावो (वेस्टइंडीज) - 459 मैचों में 500 विकेट
- लसिथ मलिंगा (श्रीलंका) - 295 मैचों में 390 विकेट
- सुनील नरेन (वेस्टइंडीज) - 339 मैचों में 383 विकेट
- इमरान ताहिर (दक्षिण अफ्रीका) - 295 मैचों में 374 विकेट
- सोहेल तनवीर (पाकिस्तान) - 339 मैचों में 356 विकेट
भारत में किसके नाम हैं सबसे ज्यादा टी20 विकेट
अगर बात करें भारतीय क्रिकेटरों की तो टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट जिस भारतीय गेंदबाज ने लिए हैं, वो हैं स्पिनर अमित मिश्रा। उन्होंने 229 टी20 मैचों में 253 विकेट लिए हैं। जबकि उनके ठीक बाद इस लिस्ट में पीयूष चावला मौजूद हैं जिन्होंने 237 मैचों में 251 विकेट लिए हैं। दिलचस्प और हैरानी वाली बात ये है कि इन दोनों ही स्पिनर्स को लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला है।