लंदन: कोरोना वायरस के वैश्विक संकट ने पूरी दुनिया में खेल गतिविधियों को ठप्प कर दिया। ओलंपिक से लेकर तमाम अन्य खेलों के टूर्नामेंट रद्द या स्थगित करने पड़े और सभी खिलाड़ियों को लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि अब धीरे-धीरे कुछ देश लॉकडाउन से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं और ऐसा ही प्रयास इंग्लैंड में जारी है जहां गुरुवार को राष्ट्रीय टीम के गेंदबाज अभ्यास करने उतरेंगे। बस फर्क इतना है कि कोरोना काल में मैदान पर एहतियात के नियम सब कुछ बदल देने वाले हैं।
गुरुवार से इंग्लिश टीम के गेंदबाज ट्रेनिंग शुरू कर देंगे क्योंकि क्रिकेट प्रमुखों ने स्थगित हुए सत्र को शुरू करने की योजना बनायी है जिसमें कोरोना वायरस के कारण पहले ही विलंब हो चुका है। इस महामारी की वजह से इंग्लैंड में एक जुलाई तक मैचों पर प्रतिबंध है जबकि अन्य देशों में सत्र पहले ही खत्म हो चुका है।
ईसीबी रिस्क लेने को तैयार
इस महामारी के बावजूद इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) पूर्ण घरेलू अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने की योजना बना रहा है जिसकी शुरूआत वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला से होगी जो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जून में होनी थी। ईसीबी ने घोषणा की कि कम से कम 18 गेंदबाज गुरूवार से ट्रेनिंग शुरू करेंगे। एजबेस्टन, होव, ओल्ड ट्रैफर्ड, द ओवल, द रिवरसाइड, टांटन और ट्रेंट ब्रिज में कम से कम एक सत्र आयोजित होगा जिसके बाद बल्लेबाज और विकेटकीपर एक जून से अभ्यास शुरू करेंगे।
जो गेंदबाज अभ्यास के लिये उतरेंगे, उनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किये गये हैं लेकिन स्थलों के हिसाब से संकेत मिलता है कि जेम्स एंडरसन (ओल्ड ट्रैफर्ड) और स्टुअर्ट ब्राड (ट्रेंट ब्रिज) अपने घरेलू काउंटी मैदानों में ट्रेनिंग शुरू करने वाले इंग्लैंड के गेंदबाज होंगे।
अपनी किट लाओ, अपनी गेंद लाओ
ये ट्रेनिंग सत्र कोई आम अभ्यास सत्र जैसा नहीं होगा। क्रिकेट का रूप बदलने जा रहा है। कोरोना काल ने सबको सब कुछ बदलने पर मजबूर कर दिया है। इंग्लिश गेंदबाजों को अपनी किट लानी होगी जिसमें अपनी ही क्रिकेट गेंद का इस्तेमाल करना होगा, नियमित अंतराल पर अपने हाथ धोने होंगे, अपने उपकरण कीटाणुनाशक वाइप्स से साफ करने होंगे। खिलाड़ियों को दूर से बात करनी होगी फिर चाहे वो साथी खिलाड़ी से हो या फिर किसी सपोर्ट स्टाफ से। बुखार जैसी स्थिति में किसी भी खिलाड़ी को मैदान में आने की इजाजत नहीं होगी।
इंग्लैंड के प्रबंध निदेशक एशले जाइल्स ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह ट्रेनिंग सत्र को सुपर बाजार जाने की तुलना में ज्यादा सुरक्षित करना चाहते हैं। इंग्लैंड में अब तक कोरोना के तकरीबन ढाई लाख मामले सामने आ चुके हैं जिसमें 35 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।