- एरिक हॉलीस का जन्मदिन - 5 जून
- अंग्रेज गेंदबाज जिसने एक गेंद और एक विकेट से बटोर ली सुर्खियां
- किसी का काम बिगाड़ के मशहूर होने वाला क्रिकेटर
क्रिकेट इतिहास में कई गेंदबाजों ने विकेटों की भरमार लगाई। कुछ ऐसे भी रहे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हजार से ज्यादा विकेट ले डाले, तो कुछ ऐसे भी थे जिनके आंकड़े उनके करियर की अवधि से मेल नहीं खाते दिखे। वहीं, कुछ ऐसे भी गेंदबाज रहे जिनका करियर तो लंबा नहीं रहा लेकिन कुछ चुनिंदा पलों के दम पर वो इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने में सफल हो गए। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे इंग्लैंड के एरिक हॉलिस, आज उनका जन्मदिन है।
एरिक हॉलिस का जन्म 5 जून 1912 को ओल्ड हिल स्टैफर्डशायर (इंग्लैंड) में हुआ था। वो दाएं हाथ के बल्लेबाज थे लेगब्रेक गुगली फेंकने में भी माहिर थे। वॉरविकशायर क्रिकेट क्लब से खेलते हुए उन्होंने काफी नाम कमाया और उसी के दम पर जनवरी 1935 में उनको पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपना पहला टेस्ट ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला।
बल्लेबाजी ऐसी कि खूब मजाक बनता था
एरिक हॉलीस एक शानदार गेंदबाज माने जाते थे और उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर के आंकड़े ये बयां भी करते हैं। उन्होंने 515 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले और इस दौरान 2323 विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लेने का कमाल भी किया। करियर में 182 बार 5 विकेट भी लिए। लेकिन इसी की तुलना में अगर उनकी बल्लेबाजी के आंकड़े देखे जाएं, तो वो इतने खराब थे कि हमेशा लोगों ने इस चीज का मजाक बनाया। दरअसल, हॉलीस ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 616 पारियों में बल्लेबाजी की और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर महज 47 रन रहा। उन्होंने कुल 1673 रन बनाए।
वो 1 गुगली और दुनिया भर में छा गए
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शानदार करियर होने के बावजूद एरिक हॉलीस को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सिर्फ 13 टेस्ट खेलने का मौका मिला, इन 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने 44 विकेट लिए, लेकिन सिर्फ एक विकेट ऐसा था जिसके लिए उनका नाम आज 73 साल भी याद किया जाता है। दरअसल, एरिक हॉलीस ही वो गेंदबाज थे जिन्होंने क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाज, ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमन को आखिरी बार आउट किया था। वो एक यादगार पल सिर्फ इसलिए नहीं बना क्योंकि उन्होंने ब्रैडमैन का विकेट लिया था, बल्कि इसलिए भी यादगार बना क्योंकि उन्होंने ब्रैडमैन को उनके अंतिम मैच में शून्य पर आउट किया और ब्रैडमैन अपने करियर औसत को 100 करने से चूक गए। ब्रैडमैन का औसत 99.94 था और उनको इसे 100 करने के लिए सिर्फ 4 रन चाहिए थे।
बन गया 'सबसे बड़ा झटका'
हैरानी की बात ये भी थी कि एरिक हॉलीस ने अपने करियर में जो 13 टेस्ट खेले, उसमें उन्होंने सिर्फ एक बार ऑस्ट्रेलिया का सामना करने का मौका मिला और उस एक मौके को उन्होंने ब्रैडमैन को 0 पर आउट करके यादगार बना दिया। महान डॉन ब्रैडमैन अपने ऐतिहासिक टेस्ट क्रिकेट करियर में सिर्फ सात बार शून्य पर आउट हुए लेकिन जिस एक विकेट ने उनको व उनके फैंस को सबसे ज्यादा दुख दिया, वो एरिक हॉलीस ने ही अपनी गुगली पर लिया था। उस दौरान खेल पत्रिकाओं ने इसे खेल इतिहास का सबसे बड़ा झटका माना और इसीलिए एरिक हॉलिस आज भी याद किए जाते हैं।