- मैदान पर कोहली का व्यवहार आक्रामक होता है
- उन्हें इसकी वजह से कई बार आलोचना हो चुकी है
- उनकी लॉर्ड्स टेस्ट में एंडरसन से नोंक-झोक हुई थी
लंदन: भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा की लेकिन उनका मानना है कि कोहली की आक्रामकता सीमा के भीतर होनी चाहिए। कोहली और जेम्स एंडरसन के बीच लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान नोंक-झोक हुई थी। इस मुकाबले को भारत ने 151 रनों से जीता था।
'आक्रामकता की सीमा होनी चाहिए'
इंजीनियर ने स्पोटर्स तक से चर्चा के दौरान कहा, 'मैं कोहली का प्रशंसक हूं। वह एक आक्रामक कप्तान हैं। यह अच्छा है लेकिन इसकी सीमा होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो मैच रेफरी और अंपायर हस्तक्षेप करेंगे।'
'कोहली एक बहुत अच्छे कप्तान हैं'
उन्होंने कहा, 'कई बार वह काफी आक्रमक हो जाते हैं। लेकिन मुझे उनकी आक्रमकता पसंद है। कोहली एक बहुत अच्छे कप्तान हैं। वह दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं।' 83 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में जो 89 रनों की साझेदारी की वो बेहतरीन थी।
'वे हमें ब्लडी इंडियंस कहते थे'
अपने करियर के दिनों में स्लेजिंग को लेकर उन्होंने कहा कि वह विपक्षी टीम को अपने मैदानी प्रदर्शन के जरिए जवाब देने पर ध्यान केंद्रित करते थे। इंजीनियर ने कहा, 'वे हमें ब्लडी इंडियंस कहते थे। उन्होंने हमारे उच्चारण का उपहास किया लेकिन मैंने उन्हें जवाब दिया। मैंने उन्हें रन और विकेटकीपिंग और वह सब करके पिच पर वापस जवाब दिया।'