- भारतीय क्रिकेट टीम को पहली बार मिली वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ हार
- टूट गया 29 साल चल रहा लगातार जीत का सिलसिला
- गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में पाकिस्तानी ओपनर्स ने मचाया धमाल
दुबई: भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को टी20 वर्ल्ड कप के अपने पहले मुकाबले में 10 विकेट के अंतर से करारी हार का सामना करना पड़ा। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 151 रन का स्कोर खड़ा कर सकी। विराट कोहली और ऋषभ पंत के अलावा और कोई भारतीय बल्लेबाजी पाकिस्तान के गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाया।
इसके बाद जीत के लिए मिले 152 रन के लक्ष्य को पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी ने बगैर कोई विकेट गंवाए 18.5 ओवर में हासिल कर लिया। रिजवान 79*(55) और बाबर 68*(52) रन बनाकर नाबाद रहे।
इस हार के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में 29 साल से चल रहा जीत का सिलसिला थम गया। ऐसे में हार की वजह जानना जरूरी हो गया है कि भारतीय टीम पहला बार पाकिस्तान को मात देने में क्यों नाकाम रही। आईए ऐसे पांच कारणों पर नजर डालते हैं जिनकी वजह से टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ क्यों हार झेलनी पड़ी।
ओपनर सस्ते में बने शाहीन के शिकार
बांए हाथ का तेज गेंदबाज एक बार फिर टीम इंडिया के लिए परेशानी की वजह बनकर उभरा। ऐसा ही कुछ भारतीय टीम के साथ साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ हुआ था। उस मैच में बांए हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर टीम इंडिया के लिए परेशानी का सबब बने थे वैसा ही कारनामा रविवार को शाहीन अफरीदी ने अपनी तेज रफ्तार स्विंग गेंदों की बदौलत कर दिखाया। भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा अपनी पहली ही गेंद पर शाहीन के खिलाफ एलबीडब्लू हो गए। वो अपना खाता भी नहीं खोल पाए।
इसके बाद शाहीन के दूसरे ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल भी स्विंग से गच्चा खाकर बोल्ड हो गए। ऐसे में भारतीय टीम का स्कोर 2 विकेट पर 6 रन हो गया और दोनों ओपनर महज 13 गेंद बाद पवेलियन वापस लौट गए। इस खराब शुरुआत का खामियाजा टीम इंडिया को उठाना पड़ा और पॉवर प्ले में बड़ा स्कोर नहीं खड़ा हो सका।
फिनिश नहीं कर पाए हार्दिक
शुरुआती तीन झटकों से तो भारतीय टीम को विराट कोहली और ऋषभ पंत की जोड़ी ने उबार लिया था। उसके बाद तेजी से रन बनाने की कोशिश करने में ऋषभ अपना विकेट गंवा बैठे। अंत में बतौर फिनिशर बल्लेबाजी करने आए हार्दिक पांड्या अपने बल्ले का जौहर नहीं दिखा सके और 8 गेंद में केवल 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें गेंदों को मारने में अच्छी खासी परेशानी हो रही थी। ऐसे में उनके बल्ले का अंतिम ओवरों में ना चलना टीम के लिए परेशानी का सबब बन गया और भारतीय टीम बड़ा चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा नहीं कर सकी।
पॉवरप्ले में भारतीय गेंदबाज नहीं चटका पाए विकेट
भारतीय पेस आक्रमण 152 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए टीम को सफलता नहीं दिला सका। पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने संभलकर बल्लेबाजी की और मेरिट के आधार पर भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ हमला किया। मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को चौथे ही ओवर में विराट ने गेंदबाजी पर लगा दिया तो रिजवान-बाबर ने उनके खिलाफ संभलकर बल्लेबाजी की और हमला नहीं किया। पॉवरप्ले में पाकिस्तान ने 43 रन बगैर किसी नुकसान के बनाए। इस दौरान भारतीय टीम ने 3 विकेट खोकर केवल 36 रन बनाए थे। विकटों का अंतर मैच में अंत में निर्णायक साबित हुआ और पाकिस्तानी टीम पर इसके बाद दबाव नहीं बन सका।
पाकिस्तानी ओपनर्स की रिकॉर्ड पार्टनरशिप
मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम की सलामी जोड़ी ने अपने फॉर्म को जारी रखते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। पारी के 8वें ओवर तक उन्हें थोड़ी तकलीफ भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ हुई लेकिन जैसे ही ओर गिरनी शुरू हुई रिजवान और बाबर ने अपने बल्ले खोलकर हमला बोल दिया। दोनों ने 12.5 ओवर में बगैर किसी नुकसान के पाकिस्तान को 100 रन के पार पहुंचा दिया। इसके बाद टीम इंडिया के हाथ से मैच पूरी तरह निकल गया। भारतीय गेंदबाज इन दोनों बल्लेबाजों के खिलाफ पूरी तरह असहाय नजर आए।
छठवें बॉलर की खली कमी
हार्दिक पांड्या को बतौर बल्लेबाज टीम में खिलाने का नुकसान भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ उठाना पड़ा। भारत को मैच में छठे गेंदबाज की कमी खली। अगर हार्दिक पूरी तरह फिट होते तो वो गेंदबाजी में भी योगदान कर पाते लेकिन उनके खेलने से भारतीय टीम के पास केवल पांच गेंदबाज बचे। ऐसे में यह भी टीम इंडिया की हार की एक अहम वजह रहा।