- भारत बनाम इंग्लैंड लीड्स टेस्ट
- भारत को मिली करारी शिकस्त
- इंग्लैंड ने सीरीज में बराबरी की
लीड्स: इंग्लैंड ने शनिवार को भारतीय टीम के विरुद्ध तीसरे टेस्ट में धमाकेदार जीत दर्ज की। लॉर्ड्स टेस्ट में 151 रन से विजय हासिल करने वाली टीम का अगले ही मुकाबले में गुरूर टूट गया। लीड्स में भारत को एक पारी और 76 रन से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारत की पहली पारी सिर्फ 78 रन पर ढेर हो गई थी, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 432 का स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड को 354 रन की जबरदस्त बढ़त मिली और उसने अपनी पकड़ ढीली नहीं होनी दी। इंग्लिश गेंदबाजों ने भारत को दूसरी पारी में 278 पर समेटकर चौथे दिन ही मैच अपने नाम कर लिया। जानिए, टीम इंडिया की शर्मनाक हार की पांच प्रमुख वजहें क्या हैं?
पिच को नहीं पढ़ पाए कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लीड्स टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। कोहली को उम्मीद थी कि बड़ा स्कोर खड़ा कर विपक्षी टीम पर दबाव बढ़ेगा लेकिन उनका यह दांव उल्टा पड़ गया। भारतीय टीम पहले ही दिन पहली पारी में महज 78 रन पर सिमट गई, जिसका असर उसके पूरे खेल पर दिखा। कोहली के पहले बैटिंग के फैसले की काफी आलोचना हुई और कहां गया कि कप्तान ने पिच को पढ़ने में गलती कर दी। वहीं, इंग्लिश कप्तान पहले गेंदबाजी का मौका मिलने से बेहद गदगद थे।
ताश के पत्तों की तरह बिखरना
चेतेश्वर पुजारा (91), रोहित शर्मा (59) और विराट कोहली (55) की दूसरी पारी की बल्लेबाजी को छोड़ दें तो अन्य कोई भारतीय बल्लेबाज इंग्लिंश गेंदबाजों का डटकर सामना नहीं कर पाया। भारतीय टीम दोनों ही पारियों में ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। भारत ने पहली पारी में शुरुआती 5 विकेट 58 रन जोड़कर और बाकी पांच विकेट 20 रन जुटाकर खोए। वहीं, मेहमान टीम ने दूसरी पारी में 8 विकेट 63 रन जोड़कर गंवा दिए। तीसरे दिन संभली हुई नजर आ रही दूसरी पारी चौथे दिन पहले ही सत्र में ढेर हो गई।
गेंदबाज नहीं दिखा पाए कमाल
शुरुआती दो मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने धारादर गेंदबाजी की और इंग्लिश बल्लेबाजों को काबू में रखा। हालांकि, तीसरे टेस्ट में मेहमान गेंदबाजों का यह कमाल नहीं दिखा। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने 135 रन जोड़कर टीम को दमदार शुरुआत दी। इसके बाद अन्य बल्लेबाजों ने बखूबी फाएदा उठाया और कई अहम साझेदारियां कर डालीं। इंग्लैंड ने पहले दिन, दूसरे दिन और तीसरे दिन की शुरुआत में बल्लेबाजी की। यही वजह रही कि मेजबान टीम ने विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारत के पास रूट का तोड़ नहीं
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट इन दिनों शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने अब तक तीनों मैचों में टिककर बल्लेबाजी की और अपनी टीम को मुश्किल वक्त में लड़खड़ाने से बचाया है। भारत के पास फिलहाल रूट का कोई तोड़ नहीं दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने तीनों मैचों में लगातार शतकीय पारी खेली है। उन्होंने पहले टेस्ट में 109, दूसरे टेस्ट में 180 और तीसरे टेस्ट में 121 रन बनाए। अगर भारत को रूट को रोकने में कामयाब नहीं हो सका तो वह आने वाले मुकाबलों में फिर परेशानी खड़ी कर सकती हैं।
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी
भारत को लीड्स टेस्ट में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की काफी कमी खली। शार्दुल ठाकुर के फिट होने के बावजूद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। शार्दुल ने नॉटिंघम टेस्ट प्रभावी प्रदर्शन किया था, लेकिन चोटिल होने की वजह से वह लॉर्ड्स में नहीं खेल पाए। उनकी जगह अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को मौका मिला था। इशांत ने दूसरे टेस्ट में 5 विकेट चटकाए पर तीसरे मुकाबले में वह छाप नहीं छोड़ पाए। उन्होंने 22 ओवर में 92 रन लुटाए और कोई विकेट नहीं लिया।