- लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में विराट कोहली को हुई परेशानी
- इन दिनों शारीरिक के साथ-साथ मानसिक फिटनेस पर कर रहे हैं काम
- जब मैदान पर होगी वापसी तो फॉर्म को लेकर है ये विश्वास
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली लॉकडाउन के दौरान पत्नी अनुष्का के साथ समय गुजार रहे हैं। सभी खिलाड़ियों को इस बात की चिंता है कि कोरोना महामारी से उबरने और लॉकडाउन के खत्म होने के बाद उन्हें लय में आने में दो से तीन सप्ताह का वक्त लगेगा। भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और सीमित ओवरों की टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा भी इस बारे में अपनी राय जाहिर कर चुके हैं।
लेकिन कप्तान विराट कोहली की राय इस बारे में थोड़ी अलग है। विराट ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान वो मानसिक रूप से तरोताजा हैं और इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलता है कि कोरोना वायरस के बाद जब भी क्रिकेट बहाल होगा, वह उसी जगह से शुरू कर सकेंगे जहां पर उन्होंने छोड़ा था।
कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में क्रिकेट बंद है। मैदान सूने पड़े हैं ऐसे में खेल की बहाली के लिए कोरोना के बाद कैसे वापसी होगी और कौन से बदलाव करने होंगे इसपर चर्चा चल रही है। कोहली इन चर्चाओं से दूर अपनी फिटनेस पर है। वो खुद को शारीरिक रूप से तो फिट रखते ही हैं लेकिन फिलहाल उनका मुख्य फोकस खेल के मानसिक पहलू पर है।
विराट ने स्टार स्पोटर्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' के दौरान कहा, 'शुक्र है कि मेरे घर पर जिम है और मैं अभ्यास कर पा रहा हूं। मैं उनमें से हूं जिनका फोकस मानसिक पहलू पर रहता है। मैं नेट पर घंटो अभ्यास करने पर फोकस नहीं करता हूं। मुझे पता है कि एक बार मानसिक रूप से तरोताजा होने पर मैं उसी जगह से शुरू कर सकूंगा जहां छोड़ा था।'
लॉकडाउन के शुरुआती दिनों के अनुभव साझा करते हुए विराट ने कहा कि शुरूआती दिनों में मौजूदा स्थिति से निपटना आसान नहीं था।
उन्होंने कहा, 'शुरू में यह कठिन था लेकिन चीजों को दूसरे नजरिये से देखने लगो और समय के साथ साथ आपको पता चलता है कि यह आपके काबू में नहीं है। आप ऐसे में अपनी मानसिक स्थिति पर ही नियंत्रण कर सकते हैं। अच्छी बात यही है कि मैं अभ्यास कर पा रहा हूं। वह हालांकि मेरे लिये पहले भी समस्या नहीं थी। मैं फिट हूं और अभ्यास कर रहा हूं।'