लंदनः बांग्लादेश के दिग्गज खिलाड़ी व दुनिया के शीर्ष ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दो साल का प्रतिबंध लगाया तो हर ओर खलबली मच गई। भारत दौरे से ठीक पहले आए इस फैसले ने बांग्लादेश को अंदर तक हिला कर रख दिया। पूरे बांग्लादेश में आईसीसी के इस फैसले पर विरोध जताया गया। बांग्लादेशी टीम के भी तमाम खिलाड़ी शाकिब के समर्थन में उतर आए लेकिन बुकी द्वारा संपर्क किए जाने की सूचना ना देने के आरोप में शाकिब को सजा सुनाई गई और अब वो दो साल मैदान से दूर रहेंगे। कई साल पहले ऐसा ही कुछ बांग्लादेश की एक और शानदार प्रतिभा के साथ हुआ था, उनका नाम था मोहम्मद अशरफुल। अब इस पूर्व खिलाड़ी ने भी बयान दिया है।
मोहम्मद अशरफुल भी बांग्लादेश के शीर्ष खिलाड़ियों में से थे। अचानक उनका नाम फिक्सिंग में आया और उन पर मैच फिक्सिंग के आरोप में 5 साल का प्रतिबंध (2 साल का निलंबन) लगाया गया था। अब जब शाकिब अल हसन पर प्रतिबंध लगा तो अशरफुल ने भी अपनी राय सामने रखी है। उन्होंने कहा, 'हम दोनों के मामले अलग-अलग हैं। उसने फिक्सिंग के लिए किए गए संपर्क के बारे में प्रशासन को सूचित नहीं किया, जबकि मैं पूरी तरह से मैच फिक्सिंग में शामिल था। लेकिन ये सिस्टम के लिए झटके जैसा होने वाला है। हमें क्रिकेट खेलने से प्यार है। शाकिब जिस स्थिति से गुजर रहे होंगे, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मेरा मानना है कि उसको लेकर ज्यादा न्यूज नहीं होनी चाहिए। इतनी ज्यादा खबरों से पार पाना मेरे लिए आसान नहीं था।'
मैं दिन भर सोया करता था
मोहम्मद अशरफुल ने अपने प्रतिबंध के दिनों का जिक्र करते हुए कहा, 'मैं शुरुआती छह महीने सिर्फ और सिर्फ सोता था। मैं रात भर टीवी देखता था और फिर दोपहर 2 बजे के करीब उठा करता था। फिर मैं हज पर गया जिससे मुझे नया नजरिया मिला। मैं हमेशा सोचता था कि क्या मैं फिर कभी खेल पाऊंगा, खासतौर पर मेरी उम्र की वजह से। क्रिकेट बोर्ड शाकिब की मदद कर रहा है। मुझे भी समर्थन मिला था लेकिन वो वैसा नहीं था जैसा शाकिब को मिलेगा। हमें याद रखना होगा कि मशरफे मुर्तजा जो बहुत चोटिल हुए हैं और शाकिब हमेशा यादगार वापसी करने में सक्षम रहे हैं।'
मुझे लगा था अब नहीं होगा
अशरफुल कहते हैं कि उनके लिए भी ये चौंकाने वाली खबर रही क्योंकि उन्होंने सोचा था कि जो कुछ उनके साथ हुआ, उसके बाद कोई भी बांग्लादेशी ऐसी गलती नहीं करेगा। अशरफुल ने कहा, 'मुझे लगता था कि मेरे साथ जो हुआ उसके बाद कोई बांग्लादेशी ऐसी मुसीबत में नहीं फंसेगा। हमारे मामले जरूर अलग हैं लेकिन दोनों को क्रिकेट से दूर रहने की सजा मिली। मुझे बुरा लग रहा है। शाकिब दुनिया का नंबर.1 ऑलराउंडर है। वो हमारा सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर है। जब मैं कहता हूं कि शाकिब ने गलती की तो मेरा कहने का मतलब है कि शायद उसने फिक्सिंग के लिए किए गए संपर्क को गंभीरता से नहीं लिया। अब सभी लोग ऐसे संपर्क को लेकर सचेत रहेंगे। किसी को दोबारा ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए।'