मेलबर्न: पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने सोमवार को कहा कि आईसीसी महिला टी20 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार के बाद युवा भारतीय बल्लेबाज शेफाली वर्मा को रोते देखकर काफी बुरा लग रहा था। उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई कि वह मजबूत होकर वापसी करेंगी। पहली बार फाइनल में पहुंची भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में 85 रन से हराया। फाइनल में वर्मा अपनी लय कायम नहीं रख सकी और मैच के बाद उनके आंसू नहीं रुक रहे थे।
ली ने आईसीसी के लिये अपने कॉलम में लिखा, 'मुझे शेफाली वर्मा के लिए बहुत बुरा लग रहा था। उसे रोते देखकर अच्छा नहीं लगा लेकिन उसे अपने प्रदर्शन पर फख्र होना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'पहले ही टूर्नामेंट में इस तरह का प्रदर्शन उसकी प्रतिभा और मानसिक दृढता दिखाता है। वह यहां से बेहतर होकर ही निकलेगी। इस अनुभव से सीखकर वह मजबूती से वापसी करेगी।' ली ने कहा, 'भारत के लिये यह निराशाजनक रात थी लेकिन भारतीय टीम वापसी करेगी। यहां सब कुछ खत्म नहीं हो जाता। यह शुरूआत भर है।'
फाइनल देखने स्टेडियम पहुंचे रिकार्ड दर्शक
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर रविवार को खेले गये महिला टी20 विश्व कप फाइनल को देखने के लिए रिकार्ड 86,174 दर्शक पहुंचे। यह सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में किसी भी महिला खेल स्पर्धा के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर महिला क्रिकेट के लिए भी नया रिकार्ड है। इससे पहले टूर्नामेंट के छह सत्रों में सबसे ज्यादा दर्शक 2009 में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए फाइनल को देखने पहुंचे थे। सिडनी में खेले गये इस मैच के दौरान 12,717 दर्शक मौजूद थे। इस मैच को इंग्लैंड ने जीता था।
11 साल में दर्शकों की संख्या में इतना इजाफा हुआ
आईसीसी ने एक बयान में कहा कि यह खेल कितना आगे बढ़ा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 11 साल में दर्शकों की संख्या में 73,000 से ज्यादा का इजाफा हुआ है। मैच शुरू होने से सात घंटे पहले से दर्शक मैदान में पहुंचने लगे थे जो दोनों टीमों की पीले और नीले रंग की पोशाक में थे। स्टेडियम के अलावा टेलीविजन और डिजिटल मीडिया पर इस विश्व कप को खूब देखा गया। ऑस्ट्रेलिया में इसमें 1600 प्रतिशत का इजाफा हुआ तो वहीं आईसीसी के डिजिटल और सोशल मीडिया के मंचों पर 70.1 करोड़ बार देखा गया जो 2017 में खेले गए एकदिवसीय विश्व कप से 60 करोड़ ज्यादा है।