पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर अब्दुर रहमान ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे करते हुए दावा किया है कि राष्ट्रीय टीम में दो गुट हैं। रहमान ने कहा कि कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो कप्तान के पसंदीदा हैं तो वहीं कई हेड कोच के फेवरेट हैं। रहमान ने कहा कि जिन खिलाड़ियों के कप्तान के साथ अच्छे संबंध होते हैं, उनसे कोच खफा रहते। दूसरी ओर, जो कोच को पसंद होते हैं, उनकी कप्तान से अच्छी नहीं बनती।
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 22 टेस्ट, 31 वनडे और 8 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले रहमान ने कहा कि कप्तान या मुख्य कोच के साथ बॉन्डिंग के आधार पर पाकिस्तान टीम में खिलाड़ियों को चुना और ड्रॉप किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि कप्तान और कोच दोनों के अपने पसंदीदा खिलाड़ी, जिन्हें वे दूसरों पर तरजीह देते हैं।
'जी हुजूरी के फाएदे और नुकसान दोनों'
क्रिकेट पाकिस्तान के मुताबिक, रहमान ने कहा, 'कप्तान की जी हुजूरी करने के फाएदे और नुकसान दोनों हैं। जब आप कप्तान के साथ अच्छे संबंध रखते हैं तो कोच नाराज हो जाता है। उनकी पसंद या नापसंद पर बहुत कुछ निर्भर करता है। अगर कोच आपको पसंद करता है तो कप्तान नहीं करता। फिर उनमें से कोई न कोई खिलाड़ी को बाहर निकालने की कोशिश करता है।
रहमान पाकिस्तान के पहले पूर्व क्रिकेटर नहीं हैं, जिन्होंने इस तरह के चौंकाने वाले दावे किए हैं। अतीत में कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम चयन नीति में पक्षपात और पूर्वाग्रह को लेकर बात रखी है। रहमान ने कहा कि जिस वक्त फेवरेटिज्म होता है तो अन्य खिलाड़ी के प्रदर्शन को नजरअंदाज कर दिया जाता है। उसे अक्सर बिना स्पष्टीकरण दिए ही टीम से बाहर कर दिया जाता है।
'यह कोच या कप्तान की टीम नहीं'
पूर्व स्पिनर ने कहा, 'वे खिलाड़ी से नफरत करने लगते हैं। वे यह नहीं देखते हैं कि खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए कितना महत्वपूर्ण है। वे प्रदर्शन या कुछ और नहीं देखते हैं। उनके पिछले सभी प्रदर्शन या उनके करियर को भुला दिया जाता है और खिलाड़ी को बाहर करने के प्रयास किए जाते हैं।' उन्होंने कहा, 'जब तक खिलाड़ी टीम से बाहर नहीं हो जाता, तब तक कप्तान या कोच को सुकून नहीं मिलता। यह पाकिस्तान या खिलाड़ियों के लिए अच्छा नहीं है। यह पाकिस्तान की टीम है, न कि कोच की या कप्तान की टीम।'