- 11 जुलाई को कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में कराया गया था भर्ती
- 14 अगस्त की रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेंदांता अस्पताल में किया गया था शिफ्ट
- शनिवार सुबह उनकी दोनों किडनी फेल होने और वेंटिलेटर पर रखे जाने की आई थी खबर
लखनऊ: टीम इंडिया के पूर्व ओपनर और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री चेतन चौहान का रविवार को निधन हो गया। वो 72 वर्ष के थे। उनका कोरोना का इलाज चल रहा था। शुक्रवार रात को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। इसके बाद उन्होंने लखनऊ से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी दोनों किडनी फेल होने और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखे जाने की खबर शनिवार को आई थी।
दो दिन से उनकी तबीयत गंभीर बनी हुई थी और रविवार को उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। चेतन चौहान के देहांत की पुष्टि करते हुए उनके छोटे भाई पुष्पेंद चौहान ने कहा कि वो कोरानो से पीड़ित थे और इसके कॉम्पलीकेशन की वजह से उनका देहांत हो गया।
कोरोना से वो उबरने से पहले ही किडनी और ब्लड प्रेशर की समस्या उनके शरीर में पैदा हो गई थी। ऐसे में उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। हालत में सुधार नहीं आने पर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया। 11 जुलाई को कोविड 19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद चेतन चौहान को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया था।
भारत के लिए खेले 40 टेस्ट
भारत के लिए 1969 में टेस्ट डेब्यू करने वाले चेतन चौहान ने अपने क्रिकेट करियर में 40 टेस्ट और 7 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 31 की औसत से 2084 रन बनाए। सुनील गावस्कर के साथ उन्होंने टीम इंडिया के लिए बतौर ओपनर शानदार साझेदारियां की। दोनों ने मिलकर बतौर ओपनर 3 हजार रन जोड़े। वहीं 7 वनडे में वो केवल 157 रन बना सके।
क्रिकेट के बाद राजनीति में भी सफल रहा सफर
राजनीति के मैदान पर कदम रखने से पहले वो डीडीसीएक के 13 साल उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद राजनीति में कदम रखने के बाद वो दो बार ओमरोहा से लोकसभा सांसद भी चुने गए। वर्तमान में उनके पास सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। साल 2018 तक वो प्रदेश के खेल मंत्री रहे थे।