नई दिल्ली: पिंक बॉल टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि सौरव गांगुली ने जो शुरुआत की थी हम उसे आगे लेकर जा रहे हैं। ऐसे में गावस्कर ने विराट के इस बयान पर नाखुशी जताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि जब विराट पैदा नहीं हुए थे तब भी भारतीय टीम विदेशों में जीतती थी। भारत में क्रिकेट की शुरुआत नब्बे के दशक में नहीं हुई थी।
गावस्कर ने कहा था, भारतीय कप्तान ने कहा कि ये शुरुआत साल 2000 में दादा की टीम के साथ हुई थी। मैं जानता हूं कि दादा बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं ऐसे में विराट उनके बारे में अच्छी बातें करना चाहेंगे। लेकिन भारतीय टीम सत्तर और अस्सी के दशक में भी जीतती थी। वो तब पैदा भी नहीं हुए थे। बहुत से लोगों का मानना है कि क्रिकेट की शुरुआत साल 2000 में हुई थी। लेकिन भारतीय टीम ने विदेशी धरती पर जीत सत्तर के दशक में भी हासिल की थी। भारतीय टीम 1986 में भी विदेश में जीती थी और सीरीज ड्रॉ भी कराई थी।'
ऐसे में अब गौतम गंभीर ने विराट कोहली के बयान का समर्थन करते हुए कहा है, विराट कोहली की सोच सही है उन्होंने दादा की कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर जीत की शुरुआत के बारे में जो बयान दिया वो ठीक है। पूर्व के भारतीय कप्तान या कहें तकरीबन सभी भारतीय कप्तान घरेलू सरजमीं पर प्रभावशाली थे। गावस्कर जी के दौर से कपिल देव के दौर तक भारतीय टीम घर की शेर थी। लेकिन सौरव गांगुली की कप्तानी में हमने विदेशी सरजमीं पर जीतने की शुरुआत की।'
उन्होंने आगे कहा, 'यदि आप घर के बाहर जीत के लिहाज से बात करें तो मैं विराट की बात से पूरी तरह सहमत हूं कि हम बतौर कप्तान सौरव गांगुली की विरासत को आगे लेकर जा रहे हैं।'