- गौतम गंभीर ने रिपोर्ट के मुताबिक डीडीसीए अध्यक्ष बनने की इच्छा व्यक्त की थी
- रजत शर्मा ने पिछले महीने डीडीसीए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था
- जस्टिस (रिटायर्ड) दीपक वर्मा रविवार को एजीएम में डीडीसीए के नए लोकपाल नियुक्त हुए
नई दिल्ली: दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने सोमवार को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने के लिए समय मांगा है। डीडीसीए ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि लोढ़ा सिफारिश के कारण पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए योग्य नहीं हैं। गौतम गंभीर के बारे में रिपोर्ट आई थी कि डीडीसीए अधिकारी पूर्व भारतीय ओपनर को अपना नया अध्यक्ष बनाना चाहते हैं।
डीडीसीए महासचिव विनोद तिहारा ने कहा, 'लोकपाल दीपक वर्मा ने अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए कुछ समय मांगा है। पहले चुनाव जनवरी में होना था, लेकिन लोकपाल ने गुजारिश की है कि फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद इसे आयोजित किया जाए।' रजत शर्मा ने पिछले महीने डीडीसीए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद से बात चली कि गंभीर इस पद की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। तिहारा ने कहा, 'गंभीर का दिल्ली क्रिकेट में अपनी सेवाएं देने के लिए स्वागत है, लेकिन वह तब ही अध्यक्ष बन सकते हैं जब अपने सांसद पद से इस्तीफा दें।'
तिहारा ने साथ ही वादा किया कि रविवार को डीडीसीए की सालाना बैठक में हाथापाई करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। एजीएम में काफी ड्रामा हुआ और एक-दूसरे गुट के बारे में खूब खराब बातें कही गईं। इस दौरान जस्टिस (रिटायर्ड) दीपक वर्मा को डीडीसीए का नया लोकपाल नियुक्त किया गया। एजीएम के इतर संयुक्त सचिव रंजन मनचंदा को विरोधी मकसूद आलम ने थप्पड़ जड़ दिया था।
तिहारा ने वादा किया है कि सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'एक सप्ताह के अंदर डीडीसीए एजीएम में हाथापाई करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।'
इससे पहले कहा जा रहा था कि डीडीसीए अधिकारी गौतम गंभीर को डीडीसीए अध्यक्ष बनते देखना चाहते हैं। एक अधिकारी ने कहा था, 'गंभीर ने दर्शाया है कि वह क्या कर सकते हैं और केकेआर का भाग्य बदलकर वह इसे साबित कर चुके हैं। दिल्ली क्रिकेट में उनका योगदान कोई भूल नहीं सकता। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने प्रशासक बनकर अपनी लीडरशिप क्वालिटी से प्रभावित किया है, गंभीर ऐसे में डीडीसीए की जिम्मेदारी उठाने के लिए आदर्श व्यक्ति हैं।'
अधिकारी ने आगे कहा, 'पिछले कुछ समय में भाजपा अधिकारियों ने गंभीर से संपर्क करके संघ का हाल जाना है। कल जो हुआ, उसके बाद डीडीसीए को गौतम गंभीर जैसे सख्त लीडर की जरुरत है, जो संघ को पटरी पर ले आएं। जी हां, गंभीर ने अब तक इस पद की जिम्मेदारी संभालने में दिलचस्पी दिखाई है और नए साल में उनके साथ बैठक की उम्मीद है।'