- भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा 2021-22
- दोनो टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेंगी
- पहला टेस्ट मैच 26 दिसंबर से शुरू होगा
दिग्गज भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे पिछले कुछ समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं, जिसके चलते उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में 34 और 4 रन बनाए। इसके बाद उन्हें मुंबई टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया। कई लोगों का यहां तक कहना था कि रहाणे को टेस्ट टीम से बाहर कर देना चाहिए। हालांकि, रहाणे दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे के लिए भारतीय स्क्वाड में जगह बनाने में कामयाब रहे लेकिन उनसे उपकप्तानी छीन ली गई। उनकी जगह रोहित शर्मा टेस्ट में उपकप्तान होंगे।
भारत को दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है मगर रहाणे की पहले मुकाबले में जगह पक्की नहीं है। दरअसल, श्रेयस अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू टेस्ट पर धमाकेदार शतक और फिर अर्धशतक जमाकर अंतिम एकादश के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। कई विशेषज्ञों कहना है कि अय्यर को रहाणे की जगह प्लेइंग इलेवन में रखा जाना चाहिए। वहीं, पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर का कहना है कि रहाणे के लिए शुरुआती लाइन-अप में जगह बनाना मुश्किल होगा।
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो में बातचीत के दौरान कहा, 'मुश्किल, मैं यही कह सकता हूं क्योंकि ईमानदार से बताऊं तो वह एक स्टार्टर नहीं है। मुझे लगता है कि अजिंक्य रहाणे के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना कठिन होगा।' पूर्व क्रिकेटर ने यह भी कहा कि रहाणे को इन-फॉर्म श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी पर तरजीह दिए जाने की संभावना नहीं है।
गंभीर ने आगे कहा, 'आपके पास श्रेयस अय्यर हैं। हालिया प्रदर्शन के कारण भारतीय कप्तान के लिए श्रेयस को बाहर करना बहुत मुश्किल होगा। साथ ही हनुमा विहारी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है।' दूसरी ओर, उसी पैनल का हिस्सा रहे पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर ने कहा कि रहाणे को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए जगह मिली है और उन्हें प्लेइंग इलेवन में चुना जाना चाहिए, क्योंकि आपको निश्चित रूप से वहां अनुभव की आवश्यकता होगी। उन्हें पहले टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिलता है या नहीं, उसपर अभी सवालिया निशान है।