ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने गुरुवार को भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर के उस बयान का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि बतौर कप्तान उनके पास गिनती के दिन रह गए हैं। गावस्कर ने ऐसा सिडनी टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद पेन की आलोचना करते हुए दिया था। ब्रिस्बेन में शुक्रवार से खेले जाने वाले सीरीज के चौथे और निर्णायक टेस्ट की पूर्व संध्या पर पेन से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गावस्कर अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं और उनकी इस टिप्पणी का ऑस्ट्रेलियाई टीम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पेन ने गुरुवार को गावस्कर की टिप्पणी के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, मैं इस परिचर्चा में शामिल नहीं होना चाहता। वो अपनी राय रख सकते हैं और इसका हमारी टीम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सनी जो कहना चाहते हैं कहते रहें लेकिन अंत में मैं उनके साथ किसी तरह की बहस में नहीं उलझना चाहता हूं।
सिडनी में बतौर विकेटकीपर किया था खराब प्रदर्शन
पेन की विकेटकीपिंग करते हुए किए जाने वाले व्यवहार की भी आलोचना हो रही है। अंपायर के फैसले पर नाखुशी जताने और डीआरएस के बारे में शिकायत करने की वजह से सिडनी टेस्ट में उनके ऊपर 15 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना हुआ। उनकी सिडनी टेस्ट के पांचवें दिन रविचंद्रन अश्विन के साथ जुबानी जंग भी हुई। उन्होंने विकेट के पीछे तीन कैच छोड़कर स्थिति को और भी खराब कर दिया। इस तरह कंगारुओं के हाथ में आया मैच ड्रॉ हो गया।
कई बार फंस जाते हैं परिस्थितियों के जाल में
इस बारे में पेन ने कहा, मैं मानता हूं कि पिछला टेस्ट हमारे हाथ में आकर निकल गया। मैं आलोचनाओं को अलग तरह से लूंगा। मैं अब खुद पर और टीम का नेतृत्व करने पर ध्यान देना चाहता हूं। ये खेल नियंत्रित की जा सकने वाले चीजों को नियंत्रित करने से संबंधित है। अगर हम ऐसा कर पाने में सफल हुए तो हम बेहतर स्थिति में होंगे। अगर आप मेरे पूरे करियर को देखें तो मैंने सबसे अच्छा काम रिलैक्स रहने का किया है। लेकिन कई बार आप स्थितियों में फंस जाते हैं।'