- ग्रीम स्मिथ ने नस्लभेदी आरोपों पर अपनी सफाई दी है
- लोनवाबो सोत्सोबे ने स्मिथ पर नस्लभेदी भेदभाव का आरोप लगाया था
- स्मिथ पर आरोप है कि उन्होंने एक अश्वेत क्रिकेटर को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी
जोहानसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और मौजूदा सीएसए निदेशक ग्रीम स्मिथ ने अपने ऊपर लगे नस्लभेदी भेदभाव के आरोप को बकवास करार दिया है। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज लोनवाबो सोत्सोबे ने हाल ही में ग्रीम स्मिथ पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने अपनी कप्तानी की ताकत का इस्तेमाल करके टीम में नस्लभेदी भेदभाव किया था।
दरअसल, सोत्सोबे ने कहा था कि ग्रीम स्मिथ ने अश्वेत खिलाड़ी (थामी सोलकिले) को टेस्ट टीम में जगह नहीं देने के लिए 2012 में संन्यास लेने की धमकी दी थी। सोत्सोबे ने दावा किया था कि ग्रीम स्मिथ ने सुनिश्चित किया कि विकेटकीपर थाम सोलकिने को टेस्ट टीम में जगह नहीं मिले।
अब ग्रीम स्मिथ ने अपनी सफाई पेश की है और सोत्सोबे के दावों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यह आरोप बहुत पीड़ादायक हैं और इन्हें सबसे मजबूत लिहाज से बकवास करार देता हूं।
ग्रीम स्मिथ ने पेश की सफाई
स्मिथ ने बयान जारी करते हुए कहा, 'जो आरोप और आक्षेप लगाए गए हैं, वे बेहद आहत करने वाले हैं और मैं मजबूती से उनका खंडन करता हूं। दुर्भाग्यवश, थामी विकेटकीपर थे, जिसका मतलब कि वह केवल एक ही पोजीशन के लिए लड़ाई करते थे। मैं समझ सकता हूं कि वह कितना निराशाजनक होता होगा और ऐसे कई शानदार विकेटकीपर्स हैं, जिन्हें दक्षिण अफ्रीका ने कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं देखा होगा क्योंकि कीपर्स लंबे समय तक टीम में बने रहते थे। यह अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड भी है, दक्षिण अफ्रीका विचित्र नहीं।'
ग्रीम स्मिथ ने आगे कहा, 'मुझे इस बात पर जोर देना चाहिए कि मैं कभी भी चयन का प्रभारी नहीं था। मेरे कप्तान के रूप में विचार होते थे, लेकिन खिलाड़ियों के लिए वोटिंग कोच और चयनकर्ता करते थे। 2012 में इंग्लैंड दौरे के लिए, जिसमें थामी जुड़े हुए थे, वहां चयनकर्ताओं का पूरा पैनल था। थामी वहां एबी डिविलियर्स के बैकअप बनकर गए थे और यह बात उन्हें गैरी कर्स्टन ने इंग्लैंड व ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय बता दी थी, जो कि पहले ही थामी को पता थी।'
ग्रीम स्मिथ ने 2014 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माने जाते हैं, जिन्होंने 2000 की शुरूआती सालों में मैच फिक्सिंग आरोपों के बाद दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को आगे बढ़ाया।
सोत्सोबे ने लगाए ये आरोप
बता दें कि लोनवाबो सोत्सोबे पर 2017 में मैच फिक्सिंग कांड में शामिल होने के लिए 8 साल का प्रतिबंध लगा था। सोत्सोबे ने क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण सुनवाई को अपना बयान सौंपा था, जिसमें उन्होंने दावा किया कि ग्रीम स्मिथ ने एबी डिविलियर्स को विकेटकीपर की भूमिका निभाने के लिए आगे बढ़ाया जबकि सोलकिले को वापसी करने से रोका।
सोत्सोबे ने कहा, 'सोलकिले का तय था कि बाउचर की जगह लेंगे, लेकिन अचानक एबी डिविलियर्स को विकेटीकपर बना दिया गया। विकेटकीपर विशेष जगह है, जिसे विशेषज्ञ की जरूरत है, जो तब डिविलियर्स नहीं थे। एबी डिविलियर्स को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी इसलिए सौंपी गई ताकि सोलकिले (अश्वेत खिलाड़ी) की जगह रुक जाए। इसकी पुष्टि स्मिथ ने की थी, जिन्होंने कहा था कि अगर सोलकिले का चयन हुआ तो वह तत्काल प्रभाव से संन्यास ले लेंगे।'