- पाकिस्तान के पूर्व बैटिंग कोच ग्रांट फ्लावर का बड़ा खुलासा
- सलाह देने पर यूनिस खान ने गर्दन पर रख दिया था चाकू
- जिंबाब्वे के पूर्व दिग्गज ने जाहिर की पाकिस्तान की कड़वी हकीकत
नई दिल्ली। Grant Flower reveals incident with Younis Khan: पाकिस्तान क्रिकेट टीम का हमेशा से ही विवादों से गहरा नाता रहा है। खासतौर पर खिलाड़ियों के साथ-साथ उसके सपोर्ट व कोचिंग स्टाफ का भी। कभी कोच (बॉब वूल्मर) की मौत संदिग्ध हालातों में हो जाती है, तो कभी खिलाड़ियों के कहने पर कोच की छुट्टी हो जाती है। जिंबाब्वे के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और पाकिस्तानी टीम के बल्लेबाजी कोच रह चुके ग्रांट फ्लावर ने पाकिस्तानी टीम के एक खिलाड़ी से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है। ग्रांट फ्लावर 2014 से 2019 तक पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच रहे थे और आजकल वो श्रीलंकाई टीम के बल्लेबाजी कोच हैं।
पूर्व बैटिंग कोच ग्रांट फ्लावर ने दावा किया है कि एक बार जब उन्होंने पूर्व कप्तान यूनिस खान को कुछ सलाह देने की कोशिश की तो उन्होंने उनकी गर्दन पर चाकू रख दिया था। जिम्बाब्वे के फ्लावर से तब पूछा गया कि उनके कोचिंग करियर के दौरान उन्हें किन मुश्किैल खिलाड़ियों से सामना करना पड़ा तो 49 वर्षीय कोच ने यूनिस से जुड़ी घटना याद की और पाकिस्तान क्रिकेट की हकीकत खुलकर सामने रख दी।
यूनिस को लेकर खुलासा
ग्रांट फ्लावर ने ‘फोलोइंग ऑन क्रिकेट पोडकास्ट’ पर अपने भाई व पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एंडी फ्लावर और मेजबान नील मैंथोर्प के साथ बातचीत में कहा, ‘यूनिस खान...उन्हें सिखाना काफी कठिन है। मुझे ब्रिस्बेन की एक घटना याद है, टेस्ट मैच के दौरान सुबह के नाश्ते पर मैंने उसे कुछ बल्लेबाजी सलाह देने की कोशिश की...लेकिन उसे मेरी सलाह अच्छी नही लगी और वह चाकू मेरी गर्दन तक ले आया, मिकी आर्थर साथ ही बैठे थे, जिन्हें बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा।’ गौरतलब है कि यूनिस खान को हाल ही में पाकिस्तानी टीम का बैटिंग कोच चुना गया है।
कब हुई थी घटना?
फ्लावर द्वारा बताई गई ये घटना 2016 में ब्रिस्बेन में पाकिस्तान के ऑस्ट्रेलिया दौरे के शुरूआती टेस्ट के दौरान हुई थी जिसमें यूनिस पहली पारी में शून्य पर आउट हो गये थे और फिर दूसरी पारी में 65 रन बनाने में सफल रहे थे। उन्होंने इस दौरे का अंत तीसरे टेस्ट में 175 रन की नाबाद पारी के साथ किया था। हालांकि उस तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पाकिस्तान का क्लीन स्वीप हो गया था, वे एक भी मैच नहीं जीत पाए थे।
ये भी कोचिंग का हिस्सा
फ्लावर ने कहा, ‘हां, ये दिलचस्प रहा। लेकिन यह कोचिंग का हिस्सा है। इससे यह यात्रा काफी मुश्किल हो जाती है और मैंने इसका सचमुच लुत्फ उठाया है। मुझे अभी काफी कुछ चीजें सीखनी हैं लेकिन में काफी भाग्यशाली हूं कि मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं।’
शहजाद है बगावती
फ्लावर ने पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज अहमद शहजाद को भी दिलचस्प किरदार बताया। उन्होंने कहा, ‘वो काफी कुशल बल्लेबाज हैं, लेकिन काफी बगावती है। हर टीम में कोई विद्रोह करने वाला होता है। कभी कभार ये चीज उन्हें अच्छा खिलाड़ी बना देती है, कभी कभार ऐसा नहीं होता।’ गौरतलब है कि पाकिस्तानी टीम फिलहाल मिस्बाह उल हक और यूनिस खान के मार्गदर्शन में इंग्लैंड गई हुई है जहां वे कोरोना काल के बीच अपना पहला मैच खेलने उतरेंगे।