भारत का स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अक्सर मुश्किल वक्त में भारत के लिए टिककर बल्लेबजी करते हैं। कई मौकों पर विपक्षी खेमे की नीदें उड़ देने वाले हार्दिक ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में भी ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाए। उन्होंने छठे नंबर पर खेलते हुए शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और भारत का स्कोर 275 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। बता दें कि हार्दिक का बल्ला दूसरे वनडे में भी खूब चला था। उन्होंने निचले क्रम में आने के बाद 16 गेंदों में 1 चौके और 4 छक्कों के जरिए 35 रन बना डाले थे।
बस गेंद को ताकते रह गए अंग्रेज
हार्दिक तीसरे वनडे में अपने रंग में नजर नहीं आए। उन्होंने शुरू में भले ही थोड़े धीमी गति से रन बनाए से लेकिन जब एक बार लय हासिल कर ली तो इंग्लैंड की जमकर बखिया उधेड़ी। उनके दनदनाते शॉट को सिर्फ ताकते रहने के अलावा अंग्रेजों के पास कोई चारा नहीं था। हार्दिक ने 44 गेंदों में 67 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 5 चौके और 4 शानदार छक्के उड़ाए। यह उनके वनडे करियर का आठवां अर्धशतक है। हार्दिक का विकेट 39वें ओवर में जाकर गिरा। उन्हें बेन स्टोक्स ने बोल्ड कर पवेलियन भेजा। हार्दिक जब पवेलियन लौटे तब भारत का कुल स्कोर 276 रन था।
हार्दिक ने की 99 रन की साझेदारी
हार्दिक पांड्या जिस वक्त मैदान में आए तब भारतीय टीम 4 विकेट पर 157 रन बनाकर जूझ रही थी। केएल राहुल 7 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे थे। यहां से हार्दिक ने रिषभ पंत के साथ मोर्चा संभाला और अंग्रेजों को हावी होने का मौका नहीं दिया। दोनों ने हर कोने में गेंद को खेला ताकि भारतीय टीम पर दबाव न आ सके। हार्दिक और पंत ने पांचवें विकेट के लिए हार्दिक पांड्या के साथ 99 रन की बेहद अहम साझेदारी की। यह साझेदारी पंत के 36वें ओवर में आउट होने के बाद टूटी। पंत ने 62 गेंदों में 5 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 78 रन की पारी खेली।