- हार्दिक और क्रुणाल पांड्या ने बड़ौदा किकेट एसोसिएशन के युवा खिलाड़ियों के साथ की चर्चा
- खिलाड़ियों को दिया करियर में सफल होने का मंत्र
- युवाओं को बताया कैसे बने विराट, रोहित और धोनी देश-दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
बड़ौदा: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या ने शुक्रवार को बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के युवा क्रिकेटरों से चर्चा की और उनके साथ सफलता का मंत्र साझा किया। हार्दिक ने इस दौरान युवा खिलाड़ियों को बताया कि कौन सी खूबी विराट कोहली, रोहित शर्मा और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी को सफल बनाती है।
हार्दिक ने कहा कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी जैसा सफल खिलाड़ी बनने के लिए अपने अंदर नंबर वन बनने का जज्बा पैदा करना होगा और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए इमानदारी के साथ मेहमत करनी होगी। हार्दिक ने बताया कि उनकी कुछ दिन पहले उनकी विराट कोहली से बात हो रही थी। इस दौरान हार्दिक ने विराट से एक ऐसा सवाल पूछा जो उन्होंने अपने कप्तान से पहले कभी नहीं पूछा था।
हार्दिक ने विराट से पूछा, आपके सबसे बेहतर होने के पीछे क्या वजह है? विराट ने हार्दिक के सवाल का जो जबाब दिया उसे हार्दिक ने युवा खिलाड़ियों के साथ साझा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने लिए सबसे अच्छा बनने का लक्ष्य निर्धारित किया था। हार्दिक ने कहा, आप लोगों में से कम से कम 10 लोगों को भारत के लिए खेलना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मुझे निराशा होगी। ये निर्णय आपके ऊपर है कि क्या आप मेरे साथ अगले 10 साल में खेलना चाहते हैं। इसमें मजा आएगा।'
बनाओ नंबर वन बनने का लक्ष्य
हार्दिक ने आगे कहा, मैं दो दिन पहले विराट से बात रह रहा था। मैंने उनसे वो सवाल पूछा जो इससे पहले कभी नहीं पूछा था कि आपके सर्वश्रष्ठ होने की वजह क्या है? तो विराट ने इसका जवाब मैसेज किया, एटीट्यूड ठीक है और चीजें ठीक हैं लेकिन केवल आपको एक बात निरंतर रूप से दिमाग तक पहुंचानी होगी, आपके अंदर सही तरीके से नंबर वन बनने की भूख होनी चाहिए। किसी को धक्का मारकर नहीं बल्कि अपनी मेहनत के बल पर वो मुकाम हासिल कराना होगा। नंबर वन बनने का लक्ष्य निर्धारित करो। हार्दिक ने आगे कहा, इसके बाद मुझे पता चला कि वो कैसे नियमित रूप से अच्छा प्रदर्शन कप पाते हैं।
हार्दिक ने इसके बाद एमएस धोनी और रोहित शर्मा के उदाहरण भी युवा खिलाड़ियों के सामने रखे। हार्दिक ने इनके बारे में कहा, रोहित शर्मा, एमएस धोनी ये सभी बेहद कंसिस्टेंट हैं ये स्टार खिलाड़ी कभी भी नंबर 2 नहीं बनना चाहते थे, हालांकि अगर वो नंबर दो आते भी थे तो उसमें इन्हें कोई परेशानी नहीं थी क्योंकि वो फिर से नंबर वन बनने की कोशिश में जुट जाते हैं।
हार्दिक ने कहा, आपको सबसे बेहतरीन बनने की कोशिश करनी चाहिए। यदि आप गेंदबाज हैं तो आपको सर्वश्रेष्ठ बनना होगा। यदि आप ट्रेनिंग कर रहे हैं तो आपके अंदर ट्रेनिंग के लिए उत्सुक्ता होनी चाहिए। आपको अपने जीवन में खुद से प्रतिस्पर्धा करनी होगी।