- पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हसन अली की आईसीसी ने लगाई है फटकार
- बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 में शानदार गेंदबाजी के बाद चुने गए थे मैन ऑफ द मैच
- मैच में बांग्लादेशी खिलाड़ी के खिलाफ अभद्र इशारा करने के बाद हुई है कार्रवाई, बांग्लादेशी खिलाड़ियों की भी कटी है मैच फीस
दुबई: पाकिस्तानी गेंदबाज हसन अली के क्रिकेट के मैदान पर बुरा दौर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में अहम मौके पर मैथ्यू वेड का कैच टपकाने के बाद नेशनल विलेन बने हसन अली ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 में शानदार प्रदर्शन करने के बाद मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार अपने नाम किया और राहत की सांस ली थी।
लेकिन 24 घंटे के अंदर सीरीज का दूसरा मुकाबला खेलने से पहले उन्हें मैच रेफरी की फटकार सुननी पड़ी। शुक्रवार को सीरीज के पहले मैच में आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के लिये मैच रेफरी ने उनकी फटकार लगाई। साथ ही पहले टी20 मैच में धीमी ओवर गति के लिये बांग्लादेश के खिलाड़ियों की मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना भी मैच रेफरी ने लगाया।
नरूल हसन को किया था पवेलियन लौटने का इशारा
हसन अली की फटकार पहले टी20 मुकाबले में बांग्लादेश की पारी के 17वें ओवर में हुई घटना की वजह से लगी है। 17वें ओवर में हसन अली ने बांग्लादेश के विकेटकीपर-बल्लेबाज नुरूल हसन को आउट करने के बाद अनुचित तरीके से इशारा किया था। जिसे आईसीसी आचार संहिता के खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से संबंधित अनुच्छेद 2.5 के लेवल एक का उल्लघंन माना गया। जो 'एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ऐसी भाषा, एक्शन और भाव भंगिमा से संबंधित है जो बल्लेबाज को आउट होने के बाद आक्रामक प्रतिक्रिया करने के लिये उकसा सकती है।'
फटकार के साथ खाते में जोड़ा गया एक डिमैरिट अंक
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस बारे में जारी किए गए बयान में कहा, 'इसके अलावा हसन के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमैरिट अंक जोड़ दिया है जिनका यह 24 महीने में पहला उल्लघंन है।'
बांग्लादेशी खिलाड़ियों पर लगा स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना
बांग्लादेश के खिलाड़ियों पर मैच के दौरान धीमी ओवर गति के लिये उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है जिन्हें निर्धारित समय से एक ओवर कम पाया गया। आईसीसी ने कहा, 'आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में गेंदबाजी में टीम के प्रत्येक ओवर कम फेंकने के लिये 20 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है।'
हसन और बांग्लादेशी कप्तान महमूदुल्लाह ने मैच रैफरियों के एमिरेट्स आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के नीयामुर राशिद द्वारा प्रस्तावित अपने उल्लघंन स्वीकार कर लिये हैं जिससे आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।