- बचपन से तेज गेंदबाज बनना चाहते थे एजाज पटेल
- उम्र के 20वें पड़ाव के आसपास अंडर-19 टीम के कोच ने दी थी स्पिनर बनने की सलाह
- 30 साल की उम्र में बतौर स्पिनर मिला टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका
मुंबई: 21 अक्टूबर 1988 को मुंबई के ओशिवारा इलाके में जन्मे न्यूजीलैंड के टेस्ट क्रिकेटर एजाज पटेल ने शनिवार को वानखेड़े स्टेडियम में टेस्ट क्रिकेट इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा लिया। बांए हाथ के स्पिन गेंदबाज एजाज पटेल 144 साल लंबे टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक पारी में सभी दस विकेट लेने वाले तीसरे खिलाड़ी बने। उनसे पहले ये कारनामा साल 1956 में इंग्लैंड के स्पिनर जिम लेकर और साल 1999 में भारत के अनिल कुंबले ने किया था।
21वीं सदी में पारी में 10 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
33 वर्षीय एजाज 21वीं सदी में टेस्ट क्रिकेट में ये कारनामा करने वाले दुनिया के पहले और बांए हाथ के पहले गेंदबाज हैं। साथ ही वो विदेशी सरजमीं पर ये उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज भी हैं। एजाज ने बतौर गेंदबाज इतनी बड़ी उपलब्धि अपने 3 साल लंबे टेस्ट करियर का महज 11वां टेस्ट मैच खेलते हुए हासिल की है। वो अपनी जन्म स्थान पर टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले भी दुनिया के पहले बॉलर भी हैं।
मुंबई के ओशीवारा में हैं पारिवारिक जड़ें
25 साल पहले 1996 में एजाज पटेल का परिवार मुंबई से न्यूजीलैंड बेहतर भविष्य की तलाश में गया था। उस वक्त एजाज की उम्र महज 8 साल थी। पिता मुंबई में रेफ्रिजरेशन का व्यवसाय करते थे वहीं मां ओशीवारा में एक स्कूल में टीचर थीं। उनका परिवार जोगेश्वरी में रहता था। जहां आज भी उनका पारिवारिक आवास है।
दीपक पटेल ने दी थी एजाज को स्पिनर बनने की सलाह
न्यूजीलैंड में एजाज ने एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला लिया था। एजाज करियर की शुरुआत में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। लेकिन उनके क्रिकेट करियर ने तब परवान चढ़ा जब उन्होंने तेज गेंदबाजी छोड़कर स्पिन गेंदबाजी की शुरुआत की। 5 फुट 6 इंच लंबे एजाज की कदकाठी तेज गेंदबाज बनने के अनुकूल नहीं थी। ऐसे में न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले भारतीय मूल के कीनिया में जन्मे दीपक पटेल ने उन्हें स्पिन गेंदबाजी करने की सलाह दी थी।
20 साल की उम्र में की स्पिन गेंदबाजी की शुरुआत
ये वो दौर था जब एजाज पटेल अपनी उम्र के 20वें पड़ाव की ओर बढ़ रहे थे और दीपक पटेल न्यूजीलैंड की अंडर-19 टीम के कोच थे। एजाज को भी इस बात का अहसास हो गया था कि उनके लिए बतौर तेज गेंदबाज आगे बढ़ पाना मुश्किल है। ऐसे में क्लब लेवल के एक मैच में एजाज ने स्पिन गेंदबाजी करने की शुरुआत की। इसके बाद जो हुआ वो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का मिला इनाम
एजाज पटेल को न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम में आने का मौका घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन के बाद मिला। वो लगातार तीन साल तक न्यूजीलैंड में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। ऐसे में जुलाई 2018 में एजाज के पास न्यूजीलैंड के चयनकर्ता गेविन लार्सन का फोन आया। एजाज ने तब सेंट्रल स्टैग्स टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने सीजन में 21.52 की औसत से 48 विकेट लिए थे।
साल 2018 में मिली राष्ट्रीय टीम में जगह
इसके बाद अक्टूबर 2018 में उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया और वो न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले भारतीय मूल के पांचवें टेस्ट क्रिकेटर बने। उन्होंने अबूधाबी में पाकिस्तान के खिलाफ अपना टेस्ट और अंतरराष्ट्रीय टी20 डेब्यू किया था। उनसे पहले भारतीय मूल के टेड बेडकॉक, टॉम पूना, ईश सोढी और उनके स्कूली दिनों के साथ जीत रावल न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके थे।
कोच दीपक पटेल की तरह की पारी की शुरुआत
साल 2018 में अपने करियर के पहले अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अबूधाबी में एजाज पटेल ने गेंदबाजी की शुरुआत की। उन्होंने अपने कोच दीपक पटेल के उसी कारनामे को दोहराया जो उन्होंने साल 1992 के विश्व कप में अपनी टीम के लिए वनडे विश्व कप में गेंदबाजी की शुरुआत की थी। निश्चत तौर पर यह किस्मत की बात थी।