- भारत को इंग्लैंड के हाथों बर्मिंघम में सात विकेट की शिकस्त मिली
- भारतीय टीम पर धीमी ओवर गति के लिए 2 अंक और मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगा
- यहां जानें कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में कैसे भारतीय टीम पहुंच सकती है
नई दिल्ली: टीम इंडिया को एजबेस्टन में मंगलवार को इंग्लैंड के हाथों 7 विकेट की शिकस्त मिली, जो कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 में उसकी चौथी हार रही। इंग्लैंड ने 378 रन के लक्ष्य का सफल पीछा किया और मेहमान टीम को शर्मनाक हार झेलने पर मजबूर किया। यह पहला मौका रहा जब भारतीय टीम 350 से ज्यादा के स्कोर की रक्षा नहीं कर सकी।
भारतीय टीम के जख्म तब और गहरे हो गए जब इंग्लैंड के खिलाफ धीमी ओवर गति के कारण भारतीय टीम के दो अंक काट लिए गए। इसके कारण पाकिस्तान की टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है जबकि भारत चौथे स्थान पर खिसक गया है। भारतीय टीम भले ही अंक तालिका में चौथे स्थान पर खिसक गई है, लेकिन इसके बावजूद उसके पास डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने का मौका है। चलिए जानते हैं कैसे।
सभी मैच जीतना होंगे
भारतीय टीम को मौजूदा डब्ल्यूटीसी साइकिल में अपने शेष सभी छह मैच जीतना होंगे। भारतीय टीम को बांग्लादेश में दो टेस्ट जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू जमीन पर चार टेस्ट खेलना है। दोनों सीरीज के कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप के बाद इसे आयोजित कराया जागा। अगर भारतीय टीम बिना धीमी ओवर गति के सभी मैच जीतती है तो उसके 72 अंक हो जाएंगे और अंक प्रतिशत 68.05 हो जाएगा।
भारत को रोक सकती हैं ये टीमें
यह मान लें कि भारत ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका में 68.05 प्रतिशत के साथ अभियान समाप्त किया। फिर बात यह होगी कि अन्य टीमों का प्रदर्शन इससे कम प्रतिशत का रहा या नहीं। ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका ऐसी तीन टीमें हैं, जो 68.05 प्रतिशत से ज्यादा पर समाप्त कर सकती हैं। तो आगे आपको बताएंगे कि किस टीम को कितने मैच हारने होंगे कि भारत फाइनल में पहुंचे।
ऑस्ट्रेलिया के साथ हो ऐसा
ऑस्ट्रेलिया को 10 मैचों में 71 अंकों की जरूरत है। अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के हाथों 0-4 से हार भी जाती है तो वो अंक तालिका में भारत से ऊपर रहेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने शेष छह में से चार मैच हार जाए और एक मैच ड्रॉ हो जाए तो भारत उससे आगे रह सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के साथ हो ऐसा
दक्षिण अफ्रीका के 8 मैच बचे हैं। अगर वो आठ में से पांच जीत जाए और तीन हार भी गई तो भारत से पीछे रहेगी। हालांकि, अगर 8 में से छह प्रोटियाज टीम ने जीते या फिर चार मुकाबले जीते और चार ड्रॉ कराए तो उनके 68 प्रतिशत होंगे। तो फिर तीन हार और पांच ड्रॉ की जरूरत है।
पाकिस्तान के साथ हो ऐसा
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में पाकिस्तान के सात मैच बचे हैं। अगर उसने छह मैच जीते तो 68 प्रतिशत से ज्यादा पर समाप्त करेगी। हालांकि, अगर पाकिस्तान ने पांच मैच जीते और शेष दो मैचों में एक ड्रॉ कराया तो उसके 68 प्रतिशत से कम रहेंगे। यह देखना रोचक होगा कि आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में कौन पहुंचेगा। फैंस इस बात का ध्यान रखें कि वेस्टइंडीज और इंग्लैंड अपने शेष सभी मैच जीत भी जाए तो भी फाइनल में नहीं पहुंच सकती हैं।