- पुजारा ने अपनी धीमी पारी पर उठ रहे सवालों का दिया जवाब
- कहा दूसरी पारी में इस खिलाड़ी की खल रही है टीम इंडिया को कमी
- बताया दोनों टीमों के बीच तीसरे टेस्ट मैच में है क्या अंतर
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन जरूरत से ज्यादा रक्षात्मक खेल के कारण आलोचना का सामना कर रहे भारत के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा, 'मैं जो कर रहा था उससे बेहतर नहीं कर सकता था।' पुजारा ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की शानदार गेंदबाजी के कारण उन्हें अपने टेस्ट करियर का सबसे धीमा अर्धशतक बनाने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने 176 गेंद में 50 रन बनाये और उनकी धीमी बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया को मैच पर पकड़ बनाने में मदद मिली।
जो किया उससे बेहतर नहीं कर सकता
पुजारा ने दिन के खेल के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और एक बेहतर गेंद पर आउट हुआ। मुझे बस इस बात को स्वीकार करना है। मैं जो कर रहा था, उससे बेहतर कुछ नहीं कर सकता था। मुझे लगता है कि मुझे सिर्फ बल्लेबाजी करनी है, मुझे पता है।' पुजारा के मुताबिक श्रृंखला में उनके खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर रहे पैट्रिक कमिंस ने 'श्रृंखला की सबसे बेहतर गेंद' डाली जिस पर वह कुछ नहीं कर सके।
श्रृंखला की सर्वश्रेष्ठ गेंद पर हुआ आउट
उन्होंने कहा, 'वह ऐसी गेंद फेंकते है जिसका सामना करना मुश्किल होता है। मुझे लगता है कि वह श्रृंखला की सर्वश्रेष्ठ गेंद थी। मुझे नहीं लगता कि मैं उस गेंद पर कुछ कर सकता था। अतिरिक्त उछाल के कारण मुझे उस गेंद को खेलना पड़ा। जब आपका दिन अच्छा नहीं होता है तो गलती पर बचने की गुंजाइश काफी कम होती है।'
पुजारा ने कहा कि इस टेस्ट मैच में दोनों टीमों का अंतर गेंदबाजों का अनुभव है। पुजारा ने कहा, 'अगर आप हमारे तेज गेंदबाजों को देखेंगे, वे अनुभवी नहीं है लेकिन वे सुधार कर रहे हैं, वे बेहतर होंगे। उनके लिये यह सीखने का अच्छा मौका है।'
पंत के आउट होते ही पलट गई बाजी
उन्होंने कहा कि रिषभ पंत के आउट होने के बाद मैच का रुख पलट गया और ऑस्ट्रेलिया ने दबदबा बना लिया। उन्होंने कहा, 'अगर आप देखेंगे तो हम परेशानी में तभी आए जब पंत आउट हुए। उससे पहले हम अच्छी स्थिति में थे। चार विकेट पर 180 रन के साथ हम अच्छा कर रहे थे लेकिन पंत के आउट होने के बाद चीजें बदल गयीं।
जडेजा की खल रही है कमी
पुजारा ने कहा कि टीम को दूसरी पारी में रविन्द्र जडेजा की गेंदबाजी की कमी खल रही है। उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो इसका असर पड़ा है। हमारे पास सिर्फ चार गेंदबाज है। इससे गेंदबाजों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। किसी गेंदबाज के कम होने से चीजे आसान नहीं होगी, खासकर तब वह गेंदबाज रविन्द्र जडेजा के जैसा हो जिन्होंने पहली पारी में चार विकेट लिये और एक छोर से दबाव बनाये रखा।'