- मंदीप सिंह ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी से जुड़ा किस्सा साझा किया
- मंदीप सिंह ने अपने डेब्यू की कहानी का खुलासा किया
- मंदीप सिंह ने एमएस धोनी की कप्तानी में 3 T20I खेले
नई दिल्ली: टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक एमएस धोनी ने देश को कई बड़े मैच विजेता खिलाड़ी दिए हैं। भारतीय क्रिकेट के मौजूदा स्टार्स रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया और कुछ समय में ये सभी खिलाड़ी भारत के मैच विजेता बनकर उभरे। यह सभी खिलाड़ी भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों में शुमार हैं और जब बड़ा टूर्नामेंट आता है तो इनकी जगह प्लेइंग 11 में पक्की रहती है।
हालांकि, धोनी के नेतृत्व में डेब्यू करने वाले सभी खिलाड़ी सफल नहीं हुए। कई आए और चले गए, जिसमें स्टुअर्ट बिन्नी, मोहित शर्मा, ऋषि धवन और बरिंदर सरां जैसे नाम शामिल हैं। इसी लिस्ट में एक और खिलाड़ी का नाम शामिल है, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में कमाल किया, लेकिन भारत के लिए केवल तीन मैच खेल सके। हम यहां बात कर रहे हैं मंदीप सिंह की, जो पंजाब टीम के शानदार खिलाड़ी हैं। मंदीप ने 2016 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया, लेकिन अपनी इच्छा के मुताबिक उनका करियर आगे नहीं बढ़ सका।
हालांकि, मंदीप सिंह ने एमएस धोनी से जुड़ा एक विशेष किस्सा याद किया, जो उनके डेब्यू मैच से जुड़ा हुआ है। मंदीप के हवाले से शेयरचैट ऑडियो चैटरूम सेशन में कहा गया, 'मैं आईपीएल में खेल रहा था जब मुझे अपने सिलेक्शन के बारे में पता चला। मेरे पिता हमेशा मुझे कहते थे कि अगर मैं क्रिकेट खेलूं तो भारत के लिए जरूर खेलना है। मैं अपने डेब्यू से एक दिन पहले लिफ्ट में माही भाई से मिला और उन्होंने मुझे अगले दिन तैयार रहने के लिए कहा। मैदान पर रहना शानदार अनुभव था।'
भारत के लिए मंदीप सिंह ने जो तीन मैच खेले, उसमें उनका प्रदर्शन क्रमश: 31, 52* और 4 रन रहा। मगर जिंबाब्वे सीरीज के बाद उन्हें टीम से बाहर किया गया और फिर वो राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं कर सके। मंदीप को घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में लौटना पड़ा। उन्होंने कई टीमों के लिए खेला, जिसमें विराट कोहली के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी शामिल है।
मंदीप सिंह ने कहा, 'जब मैं आरसीबी से जुड़ा तो मैं विराट कोहली की ट्रेनिंग के प्रति जुनून को देखकर हैरान था। उनकी फिटनेस इतनी शानदार है कि वो टी20 क्रिकेट में निरंतर बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इससे गेंदबाजों को सुधार करने में मदद मिलती है और टेस्ट क्रिकेट को काफी मदद मिली।'