- भारत बनाम न्यूजीलैंड, टेस्ट मैच, 22 फरवरी 1990
- आज के दिन इयान स्मिथ ने रचा था नया इतिहास
- नंबर.9 पर खेली थी विश्व रिकॉर्ड पारी, सब रह गए थे दंग
टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बेहद पुराना है और इसके इतिहास में कई ऐसे रिकॉर्ड बने हैं जो आज भी टूट नहीं पाए हैं। ऐसा ही एक रिकॉर्ड आज से ठीक 31 साल पहले 22 फरवरी 1990 को बना था जो बहुत कमाल का था। भारत के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान ऑकलैंड खेले गए टेस्ट मैच में कीवी विकेटकीपर बल्लेबाज इयान स्मिथ ने कुछ ऐसा कर दिखाया था जिसके बारे में आज भी जानकर लोग दंग हो जाते हैं।
ऑकलैंड के ईडेन पार्क में टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने थीं। आज की तारीख (22 फरवरी) को ये मुकाबला शुरू हुआ था और भारत ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था। भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 85 रन के अंदर 6 विकेट गिरा दिए थे और ऐसा लगा न्यूजीलैंड 100 रन के अंदर सिमट जाएगी लेकिन फिर कुछ गजब हो गया।
इयान स्मिथ ने खेली ऐतिहासिक पारी
न्यूजीलैंड की पारी बस सिमटने के करीब थी लेकिन नंबर.9 पर बल्लेबाजी करने उतरे विकेटकीपर बल्लेबाज इयान स्मिथ किसी और मूड में थे। इस बल्लेबाज ने धुआंधार बल्लेबाजी शुरू कर दी और 95 गेंदों में शतक जड़ डाला। नंबर.9 पर कभी ऐसी बैटिंग नहीं देखी गई थी। लेकिन स्मिथ यहीं नहीं रुके। अगली 23 गेंदों में वो 150 पार चले गए। उन्होंने अंतिम विकेट के रूप में मनोज प्रभाकर की गेंद पर आउट होने से पहले 136 गेदों में 173 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। इस दौरान उनके बल्ले से 23 चौके और 3 छक्के निकले।
कैसा रहा मैच का नतीजा
इयान स्मिथ ने नंबर.9 पर बल्लेबाजी करते हुए नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया था, जो रिकॉर्ड आज तक कायम है। उनके दम पर 86/6 पर संघर्ष कर रही न्यूजीलैंड की टीम ने इस पारी में 391 रन बना डाले। जवाब में भारत ने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की 192 रनों की ऐतिहासिक पारी के दम पर पहली पारी में 482 रन बना डाले।
दूसरी पारी में न्यूजीलैंड का मध्यक्रम चमका। एंड्रय़ू जोन्स (नाबाद 170 रन) और मार्टिन क्रो (113 रन) के शतकों के दम पर न्यूजीलैंड ने 5 विकेट पर 483 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। अब भारत के सामने 393 रनों का लक्ष्य था। चौथी पारी में भारत के दोनों ओपनर्स ने अर्धशतक जड़ा और बिना कोई विकेट गंवाए स्कोर 149 रन हो गया था, लेकिन समय बचा नहीं था और टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। वो मुकाबला हमेशा इयान स्मिथ की लाजवाब बैटिंग के लिए जाना जाएगा।