- आईसीसी ने यूएई के खिलाड़ियों को दी सजा
- मोहम्मद नावीद और शैमान अनवर पर 8 साल का प्रतिबंध
- मैच फिक्सिंग के आरोप में लगाया गया बैन
दुबई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दो क्रिकेटरों मोहम्मद नावीद और शैमान अनवर बट पर 2019 टी20 विश्व कप क्वालीफायर में कथित तौर पर मैच फिक्स करने की कोशिश के आरोप में आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया। इन दोनों खिलाड़ियों पर यह प्रतिबंध 16 अक्टूबर 2019 से प्रभावी होगा जब इन पर मैच फिक्सिंग और आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी नियम को तोड़ने का आरोप लगा था।
पूर्व कप्तान 33 साल के नावीद ने यूएई के लिए 39 एकदिवसीय और 31 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जबकि शैमान अनवर ने 40 एकदिवसीय और 32 टी20 मैच खेले हैं।
आईसीसी से जारी विज्ञप्ति में आईसीसी ‘इंटिग्रिटी यूनिट’ के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने कहा, ‘‘ मोहम्मद नावीद और शैमान अनवर ने शीर्ष स्तर पर यूएई का प्रतिनिधित्व किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नावीद कप्तान और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे। अनवर पारी का आगाज करते थे। दोनों ने लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला था और मैच फिक्सिंग के खतरे से अच्छे से वाकिफ थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों खिलाड़ियों ने भ्रष्ट गतिविधि में शामिल होकर अपने पद, टीम के साथियों और यूएई क्रिकेट के सभी समर्थकों के साथ विश्वासघात किया था।’’ विज्ञप्ति के मुताबिक नावीद और अनवर ने आईसीसी विश्व टी20 क्वालीफायर्स के मैचों के नतीजे पर असर डालने या फिक्स करने की सहमति दी और उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) से फिक्सिंग के लिए संपर्क किये जाने की जानकारी छुपाई। दोनों खिलाड़ियों को धारा 2.1.1 और 2.4.4 के तहत सजा दी गयी है। धारा 2.1.1 मैच फिक्स करने या नतीजे को प्राभावित करने के लिए सहमत होने से जुड़़ी है जबकि 2.4.4 में भ्रष्टाचार के लिए संपर्क किये जाने की जनकारी आईसीसी एसीयू को नहीं देने के खिलाफ सजा का प्रावधान है।
नावीद को इसके साथ ही टी10 लीग 2019 के प्रतिभागियों के लिए अमीरात क्रिकेट बोर्ड के भ्रष्टाचार-रोधी नियम के ऐसे ही दो मामलों के उल्लंघन का दोषी पाया गया था।मार्शल ने दोनों खिलाड़ियों की सजा पर खुशी जताते हुए कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि स्वतंत्र पंचाट ने दोनों पर किसी भी प्रकार की क्रिकेट गतिविधि में शामिल होने के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं और इसे गलत रास्ता चुनने वाले सभी क्रिकेटरों को चेतावनी के रूप में लेना चाहिये।"