- अफगानिस्तान के टी20 विश्व कप में हिस्सा लेने पर संकट मंडराया
- अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा किया, जिसके बाद स्थिति बदतर हुई
- अफगानिस्तान की स्थिति पर आईसीसी करीब से नजर रख रहा है
दुबई: अफगानिस्तान में पिछले कुछ दिनों से स्थिति काफी खराब है और इसकी जानकारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को दी जा चुकी है। तालिबान ने अफगानिस्तान में कब्जा कर लिया है, जिसके बाद वहां के हालात बदतर हो चुके हैं। तालिबान ने अचानक कब्जा किया और अफगानिस्तान से अपडेट आ रही है कि देश इस समय बड़ी मुसीबत में है। आईसीसी हालांकि, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के संपर्क में है और लगातार जानकारी हासिल कर रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी काबुल में क्या हो रहा है।
तालिबान तो काबुल में भी दाखिल हो चुका है और देश पर कब्जा किया जबकि अफगानिस्तान के राजनीतिक नेता देश छोड़कर चले गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी ने काबुल में स्थिति पर नजर रखी हुई है वह एसीबी के अधिकारियों के संपर्क में है। मौजूदा स्थिति ने अफगानिस्तान के टी20 विश्व कप में हिस्सा लेने पर संकट बढ़ा दिया है। इस साल टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में आयोजित होगा।
एसीबी की वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के साथ ट्राई सीरीज आयोजित करने की कोशिश
अफगानिस्तान टीम के मीडिया मैनेजर हिकमत हसन ने हाल ही में खुलासा किया था कि मौजूदा स्थिति के बावजूद अफगानिस्तान की टीम टी20 विश्व कप में हिस्सा लेगी। यह भी खुलासा किया गया था कि कुछ समय में क्रिकेट टीम काबुल में अभ्यास पर लौटेगी। इसके अलावा अफगानिस्तान को अगले महीने पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंका में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है, लेकिन अब इस पर संदेह की स्थिति बन गई है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस समय ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के साथ ट्राइ-सीरीज के स्थान को तय करने की कोशिश कर रहा है। टी20 प्रारूप की यह प्रस्तावित सीरीज विश्व कप की तैयारी के लिहाज से आयोजित की जाएगी। जहां तक तालिबान के कब्जा करने की बात है तो ग्रुप ने पहले ही कहा था कि क्रिकेट या खिलाड़ियों से उसका कोई मसला नहीं है।
अफगानिस्तान महिला टीम के चलते एसीबी के संबंध में कुछ चिंता के क्षेत्र है क्योंकि 25 खिलाड़ियों को वार्षिक अनुबंध दिया गया। इसके अलावा प्रशासन में बदलाव होंगे, जो आईसीसी का ध्यान खीचेंगे।