- पंजाब किंग्स ने लगाया केएल राहुल पर बड़ा आरोप
- कहा नीलामी से पहले दूसरे टीमों का राहुल से संपर्क करना है नियमों के खिलाफ
- इसी वजह से साल 2010 में रवींद्र जडेजा पर लगा था एक साल का बैन
नई दिल्ली: आईपीएल टीम पंजाब किंग्स ने नाराजगी जताई है कि बतौर कप्तान पिछले दो सत्र में पूरी आजादी मिलने के बावजूद के एल राहुल टीम को छोड़ रहे हैं। टीम ने यह भी कहा कि अगर नयी टीमों ने उनसे संपर्क किया है तो यह बीसीसीआई के दिशा निर्देशों के खिलाफ है।
नीलामी से पहले राहुल से संपर्क करना गलत
राहुल को 2020 सत्र की शुरूआत में आर अश्विन की जगह कप्तान बनाया गया था। उन्होंने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन टीम को प्लेऑफ तक नहीं ले जा सके। अब खबरें हैं कि वह लखनऊ टीम से जुड़ने जा रहे हैं। पंजाब टीम के सह मालिक नेस वाडिया ने पीटीआई से कहा, 'हम चाहते थे कि राहुल टीम में रहें लेकिन वह नीलामी में वापिस जाना चाहते हैं। यदि दूसरी टीमों ने इससे पहले उनसे संपर्क किया है तो यह गलत है।'
रवींद्र जडेजा को करना पड़ा था निलंबन का सामना
लखनऊ से जुड़ने की राहुल को पेशकश मिलने की अटकलों के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि ऐसा नहीं है क्योंकि यह बीसीसीआई के दिशा निर्देशों के खिलाफ होगा।' 2010 में रवींद्र जडेजा को एक साल का निलंबन झेलना पड़ा था जो राजस्थान रॉयल्स द्वारा छोड़े जाने से पहले ही दूसरी टीमों से बातचीत कर रहे थे।
नई टीमों को 25 दिसंबर तक करना है खिलाड़ियों का चुनाव
नयी टीमों लखनऊ और अहमदाबाद को मंगलवार को रिलीज किये गए खिलाड़ियों में से तीन चुनने के लिये 25 दिसंबर तक का समय है। राहुल के अलावा अश्विन, हार्दिक पंड्या, राशिद खान और युजवेंद्र चहल भी इनमें शामिल हैं। पंजाब अगली नीलामी से पहले अश्विन को वापिस लेने का इच्छुक है। पंजाब ने सिर्फ मयंक अग्रवाल और अर्शदीप सिंह को रिटेन किया है और उसके पास 72 करोड़ रुपये का पर्स है।