- सीरीज के परिणाम को लेकर चिंतित हैं पूर्व कंगारू कप्तान रिकी पॉन्टिंग
- कहा पिछली बार से भी ज्यादा दुखद होगा सीरीज का ड्रॉ होना
- अगर ऐसा हुआ तो टीम इंडिया के हाथ लग सकती है बाजी
ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग का मानना है कि मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का बराबरी पर खत्म होना मेजबान टीम को पिछली बार मिली 1-2 की हार से ज्यादा दर्द देगा। सीरीज के चौथे दिन के तीसरे सत्र के खेल पर बारिश ने पानी फेर दिया। जब बारिश ने खलल डाला उस वक्त भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 294 रन पर ढेर करने के बाद 1.5 ओवर में जीत के लिए 328 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 4/0 रन बना लिए हैं।
पांचवें दिन 98 ओवर का खेल होना है और भारत जीत से 324 रन दूर है। ऐसे में रिकी पॉन्टिंग ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, भारत का पलटवार कहीं तो थमेगा। उन्होंने अब तक जैसी वापसी की है वो वैसा बार बार नहीं कर सकते। कल का दिन उनमें से एक होगा। सीरीज के आखिरी दिन एक बार फिर ड्रॉ के लिए खेलना मुश्किल होगा। वहीं ऑस्ट्रेलियाई ये अच्छी तरह जानती है कि उन्हें सीरीज जीतने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करना होगा।'
ड्रॉ सीरीज पिछली हार से भी होगी बुरी
पॉन्टिंग ने आगे कहा, मुझे लगता है कि सीरीज का बराबरी पर समाप्त होना दो साला पहले सीरीज में मिली हार से बुरी होगी। मैं इस तरह सीरीज को देख रहा हूं कि किस तरह भारतीय टीम के लिए 20 खिलाड़ियों के साथ सीरीज में खेलना कितना मुश्किल रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में वॉर्नर और स्मिथ की वापसी हो गई है। दोनों पिछली बार सीरीज का हिस्सा नहीं थे। इसलिए सीरीज में बराबरी केवल हार की तरह महसूस नहीं होगी बल्कि ये उससे भी खराब होगी।'
पहले घंटे का खेल होगा महत्वपूर्ण
पॉन्टिंग से जब ये पूछा गया कि क्या भारतीय टीम मैच के आखिरी दिन लक्ष्य का पीछा करने में सफल होगी तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, पहले घंटे का खेल उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा। यदि इस दौरान वो विकेट नहीं गंवाते हैं तो उन्हें तेजी से रन बनाने होंगे। 98 ओवर में 324 रन बनाना बड़ी चुनौती होगा क्योंकि सीरीज में उन्होंने अबतक इस औसत से रन नहीं बनाए हैं।'
पंत को फिर मिल सकती है टॉप ऑर्डर पर बल्लेबाजी
उन्होंने कहा, गिल और रोहित टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की अपनी ओर से पुरजोर कोशिश करेंगे। यदि वो ऐसा करने में सफल होते हैं तो वे रिषभ पंत का टॉप ऑर्डर में उपयोग कर सकते हैं जैसा कि उन्होंने सिडनी में किया था क्योंकि अगर वो वाकई में लक्ष्य का पीछा करना होगा तो उन्हें शुरुआत में ही तेजी से रन बनाने होंगे।