नागपुरः भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए टी20 सीरीज के आखिरी व फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने 30 रनों से जीत दर्ज करके खिताब अपने नाम किया। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 175 रनों का लक्ष्य खड़ा किया था। स्कोर अच्छा था लेकिन बांग्लादेश के कुछ खिलाड़ियों, खासतौर पर मोहम्मद नइम (81) ने बीच में हालात बदल दिए। कुल 12 रन पर 2 विकेट गंवाने वाली बांग्लादेशी टीम इसके बाद बिना विकेट गंवाए 110 रन तक पहुंच चुकी थी। ऐसी दबाव वाली स्थिति में कप्तान रोहित शर्मा ने अपने खिलाड़ियों को कुछ ऐसा कहा जिसने सब कुछ बदल डाला।
मोहम्मद नइम अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे और भारतीय फैंस की धड़कनें बढ़ती जा रही थीं। बांग्लादेश के पास 8 विकेट बाकी थे, तकरीबन 8 ओवर भी बाकी थे और उनको 70 रन और बनाने थे। टीम इंडिया में ज्यादातर खिलाड़ी युवा थे, दबाव साफ नजर आने लगा था। तभी रोहित शर्मा ने खिलाड़ियों को जीत का वो मंत्र दिया कि विपरीत परिस्थितियों में भारत ने 19.2 ओवर में ही मैच जीत लिया। रोहित शर्मा ने मैच के बाद खुद इसका खुलासा किया।
रोहित ने मैच के बाद कहा, 'अच्छा लगा युवा खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी निभाते और आगे बढ़कर स्थिति संभालते हुए देखना। उस दौरान मैंने उनको बस इतना याद दिलाया कि- हम भारत के लिए खेल रहे हैं।' रोहित की ये एक लाइन युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए काफी थीं।
इसके बाद शुरू हुआ धमाल। 110 के स्कोर पर दीपक चाहर ने मिथुन को आउट किया। इसी स्कोर पर अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज खेल रहे शिवम दुबे ने मुश्फिकुर रहीम को बोल्ड कर दिया। शिवम यहीं नहीं रुके। अपने अगले ओवर की दो लगातार गेंदों पर उन्होंने दो बड़े विकेट झटक लिए। तीसरी गेंद पर मोहम्मद नइम (81 रन) को बोल्ड किया और चौथी गेंद पर आफिफ हुसैन (0) को खुद कैच आउट कर दिया। बांग्लादेश को करारे झटके लग चुके थे, आखिर में दीपक चाहर ने हैट्रिक लेकर ना सिर्फ बांग्लादेश को हार की तरफ ढकेल दिया बल्कि नया विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
दीपक चाहर भारत की तरफ से टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर व दुनिया के 11वें खिलाड़ी बने। वहीं चाहर ने इस मैच में कुल 7 रन देकर 6 विकेट लिए जो कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के एक मैच में सर्वश्रेष्ठ आंकड़ों का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।