- भारत बनाम न्यूजीलैंड कानपुर टेस्ट का तीसरा दिन
- भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कसा शिकंजा
- भारत को पहली पारी के आधार पर 49 रन की बढ़त
कानपुर: बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल के पांच विकेट की मदद से भारत ने पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को न्यूजीलैंड को पहली पारी में 296 रन पर आउट करके बढत ले ली हालांकि दूसरी पारी में मेजबान ने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का विकेट जल्दी गंवा दिया। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर भारत का स्कोर एक विकेट पर 14 रन था और कुल बढत 63 रन की हो गई है। गिल दूसरे ही ओवर में एक के स्कोर पर काइल जैमीसन का शिकार हुए। चेतेश्वर पुजारा नौ और मयंक अग्रवाल चार रन बनाकर खेल रहे थे। तीसरे दिन का खेल भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा।
विलियमसन को उमेश ने भेजा पवेलियन
न्यूजीलैंड का स्कोर एक समय एक विकेट पर 196 रन था लेकिन बाद में नौ विकेट सौ रन के भीतर गिर गए। अक्षर ने दूसरे सत्र में उम्दा गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को दबाव में ला दिया था। उन्होंने आखिरी सत्र में भी दो विकेट लिये। भारत को मैच में लौटाने का श्रेय वैसे उमेश यादव को जाता है जिन्होंने लंच से ठीक पहले केन विलियमसन को सस्ते में आउट करके मेजबान को राहत दिलाई थी। अक्षर ने 34 ओवर में 62 रन देकर पांच विकेट लिये। उन्होंने दूसरे सत्र में 13 रन के भीतर रोस टैलर (11), हेनरी निकोल्स (दो) और टॉम लाथम (282 गेंद में 95 रन) को पवेलियन भेजा। आखिरी सत्र में उन्होंने टॉम ब्लंडेल (13) और टिम साउदी (पांच) को बोल्ड किया।
ओपनर विल यंग पहले टेस्ट शतक से चूके
अश्विन ने 42.3 ओवर में 82 रन देकर तीन विकेट लिये। रविंद्र जडेजा ने रचिन रविंद्र (13) को आउट किया। इससे पहले उमेश ने दूसरी नयी गेंद से कामयाबी हासिल की और आफ स्टम्प पर जाती उनकी गेंद पर विलियमसन चकमा खाकर पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने 64 गेंदें खेलकर 18 रन बनाये। न्यूजीलैंड ने पहले सत्र में 68 रन जोड़े। सलामी बल्लेबाज विल यंग पहले टेस्ट शतक से चूक गए और 218 गेंद में 89 रन बनाने के बाद अश्विन का शिकार हुए। विलियमसन क्रीज पर आने के बाद से सहज नहीं दिखे। उन्होंने हालांकि रविंद्र जडेजा को दो चौके लगाकर दबाव कम करने का प्रयास किया। अश्विन ने यंग को स्थानापन्न विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों लपकवाया। यंग और लाथम ने पहले विकेट के लिये 151 रन जोड़े।
यंग ने अपने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 15 चौके लगाये। वहीं लाथम ने फ्रंटफुट पर शानदार रक्षात्मक खेल दिखाया और ढीली गेंदों को नसीहत भी दी। दूसरे सत्र में अक्षर ने शानदार गेंदबाजी की और बेहद खूबसूरत गेंद पर टेलर को आगे बढकर खेलने को मजबूर किया जिनका कैच विकेट के पीछे श्रीकर भरत ने लपका। निकोल्स स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में पगबाधा आउट हुए। वहीं लाथम को भी आगे बढकर खेलने का खामियाता भुगतना पड़ा और भरत ने स्टम्पिंग करने में चूक नहीं की।
अश्विन और अंपायर के बीच हुई बहस
पहले सत्र के दौरान अश्विन और अंपायर नितिन मेनन के बीच बहस भी हुई। इससे पहले अश्विन जब विलियमसन को गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके फॉलो थ्रू को लेकर मेनन ने ऐतराज जताया। अश्विन फॉलो थ्रू में ‘डेंजर एरिया’ में जा रहे थे और अंपायर ने उन्हें कई बार टोका। अंपायर का कहना था कि वह सामने आयेंगे तो उन्हें फैसले लेने में दिक्कत होगी क्योंकि कुछ नजर नहीं आयेगा। अश्विन और कप्तान अजिंक्य रहाणे से बात करने के बाद मामला सुलझ गया।