- विराट कोहली ने टीम इंडिया की दूसरे टेस्ट के लिए कॉम्बिनेशन को लेकर नहीं दिया साफ-साफ बयान
- विराट ने बताया चोट से पूरी तरह उबर गए हैं रिद्धामान साहा
- भारतीय टीम मौसम के मिजाज को देखकर करेगी प्लेइंग-11 का फैसला
मुंबई: विराट कोहली की मुंबई टेस्ट के लिए टीम में वापसी के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में कई बदलाव के साथ उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में रिद्धामान साहा के मैच में खेलने को लेकर सवालिया निशान लगे हैं। वहीं खराब फॉर्म से जूझ रहे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा में से किसी के एक एकादश से बाहर किए जाने का सवाल भी यक्ष प्रश्न की तरह सबके सामने खड़ा है। श्रेयस अय्यर ने कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन करके टीम मैनेजमेंट के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है।
पूरी तरह फिट है साहा
ऐसे में कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर प्रेस को संबोधित करते हुए रिद्धामान साहा की फिटनेस पर अपडेट देते हुए कहा कि वो पूरी तरह से फिट हैं। कानपुर टेस्ट में गले में चोट के कारण केएस भरत ने दोनों पारियों में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। हालांकि चोट के बावजूद साहा दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी करने उतरे थे और नाबाद अर्धशतक जड़कर टीम को मुश्किल से उबारा था।
प्लेइंग-11 को लेकर अभी नहीं हुई है चर्चा
विराट कोहली ने टीम कॉम्बिनेशन के बारे में कहा, हमने अभी प्लेइंग इलेवन के बारे में चर्चा नहीं की है। मुंबई के मौसम को ध्यान में रखते हुए हम इस बारे में अंतिम निर्णय करेंगे। मुंबई के बारे में हम ये मानकर नहीं चल सकते हैं कि पांचों दिन मौसम एक जैसा रहेगा।'
टीम की जरूरत और मौसम के अनुसार करेंगे बदलाव
विराट ने आगे कहा, सभी सदस्य ये अच्छी तरह समझते हैं कि टीम किस स्थिति में है। हम खिलाड़ियों को सही संदेश देते हैं। कई बार खिलाड़ियों को टीम कॉम्बिनेशन की वजह से एकादश से बाहर करना पड़ता है। टीम के अंदर जब सामूहिक विश्वास हो तो ऐसा करना मुश्किल नहीं होता है। सबके लिए टीम पहली प्राथमिकता होती है। हमारी टीम के अंदर बगैर किसी वरीयता क्रम के चर्चा होती है।
कानपुर टेस्ट के ड्रॉ होने से नहीं है मायूस
विराट कोहली ने कहा कि वो कानपुर टेस्ट के ड्रा होने से मायूस नहीं हैं। एजाज पटेल और रचिन रवींद्र ने अंतिम 52 गेंद पर न्यूजीलैंड का आखिरी विकेट नहीं गिरने दिया और मैच बचाने में सफल रहे। विराट ने इस बारे में कहा, मैंने वो मैच देखा था उन्होंने एक टीम को रूप में हर संभव कोशिश की थी। अजिंक्य रहाणे के पास विरोधी टीम को दबाव में लाने के बहुत से पैंतरे हैं। जैसा कि उन्होंने इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। लेकिन कई बार आपको विरोधी टीम को भी श्रेय देना चाहिए। उन्होंने मैच के आखिरी सत्र में शानदार बल्लेबाजी की थी।
वानखेड़े में चलता है विराट का बल्ला
विराट कोहली की बल्ला वानखेड़े स्टेडियम में खूब चलता है। साल 2016 में इस मैदान पर खेले गए आखिरी टेस्ट में विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक(235) जड़ा था। विराट ने इस बारे में कहा, उन्हें वानखेड़े में खेलने में बहुत आनंद आता है। यहां उनकी कई सुखद यादे हैं। आप हर बार एक जैसी बल्लेबाजी नहीं कर सकते है। अगर स्थिति ऐसी होगी कि मुझे लंबे वक्त तक बल्लेबाजी करनी पड़ेगी तो मैं उसके अनुसार बल्लेबाजी करूंगा और एक छोर सुरक्षित रखूंगा।