- भारत ने पांचवीं बार जीता अंडर-19 विश्व कप खिताब
- रवि कुमार और राज बावा ने रखी जीत की नींव
- निशांत सिंधू और दिनेश बाना ने किया विजयी प्रहार
एंटिगा: यश धुल की कप्तानी वाली भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम ने शनिवार को फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से मात देकर पांचवीं बार खिताब अपने नाम कर लिया। जीत के लिए मिले 190 रन के लक्ष्य को भारतीय टीम ने 14 गेंद और 4 विकेट रहते दिनेश बाना के लगातार दो छक्कों की मदद से 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। टीम इंडिया की जीत के हीरो अंगद बावा रहे जिन्होंने गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए 54 गेंद में 35 रन की पारी खेलकर टीम को जीत में अहम भूमिका अदा की। उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। अंत में निशांत सिंधू 50 और दिनेश बाना 5 गेंद में 13 रन बनाकर नाबाद रहे।
रवि कुमार और राज बावा ने ढाया कहर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम के टॉप ऑर्डर को रवि कुमार और राज बावा ने अपनी घातक गेंदबाजी के बल पर ढेर कर दिया। एक समय 13 ओवर में 61 रन पर इंग्लैंड ने 6 खिलाड़ी पवेलियन लौट गए थे। 91 के स्कोर पर उन्हें सातवां झटका भी लग गया था लेकिन उसके बाद जेम्स रेव ने 116 गेंद में 95 रन की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को 189 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की।
शतक से चूके रेव, टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया
आठवें विकेट के लिए जेम्स रेव और जेम्स सेल्स के बीच 93 रन की साझेदारी हुई। जिसे रवि कुमार ने कौशल तांबे के शानदार कैच की बदौलत तोड़ दिया। इसके बाद इंग्लैंड की टीम 189 रन पर ढेर हो गई। सेल्स 34 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत के लिए सबसे ज्यादा 5 विकेट राज बावा ने और रवि कुमार ने 1 विकेट हासिल किया। वहीं कौशल तांबे को एक सफलता मिली।
भारत की खराब शुरुआत
जीत के लिए 190 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने दूसरी गेंद पर अंगकृष का विकेट गंवा दिया। बॉयडेन की गेंद पर रघुवंशी विकेट के पीछे हॉर्टन ने कैच लपका। पहला विकेट गंवाने के बाद हरनूर सिंह और शेख रशीद ने पारी को आगे बढ़ाया लेकिन 49 के स्कोर पर हरनूर का शानदार कैच एस्पिनवॉल की गेंद पर विकेटकीपर हॉर्टन ने लपका। उन्होंने 21(46) रन बनाए।
97 रन चार विकेट गंवाकर मुश्किल में आ गई थी टीम इंडिया
दो विकेट गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को मुश्किल से उबराने वाली कप्तान धुल और शेख राशिद के कंधों पर फिर से जिम्मेदारी आई। दोनों ने संभलकर बल्लेबादी की और टीम को 100 रन के करीब पहुंचाया। लेकिन 27वें ओवर की आखिरी गेंद पर सेल्स की गेंद पर राशिद अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद बाउंड्री पर लपके गए। राशिद ने 84 गेंद पर 50 रन की पारी खेली। इसके एक ओवर बाद यश धुल भी सेल्स की गेंद पर बेल के हाथों लपके गए। 92 रन पर दो विकेट से टीम का स्कोर 97 रन पर चार विकेट हो गया।
लगातार दो छक्के जड़कर बाना ने दिलाई जीत
ऐसे में विश्वकप में कार्यवाहक कप्तान रहे निशांत सिंधू ने राज बावा के साथ मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर टीम को 150 रन के पार पहुंचा दिया। लेकिन 164 के स्कोर पर राज बावा 54 गेंद में 35 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद कौशल तांबे का विकेट भी जल्दी ही भारत ने गंवा दिया। तांबे 1 रन बना सके। तब ऐसा लगा कि कहीं मैच अफगानिस्तान इंग्लैंड के सेमीफाइनल की तरह कहीं पलट ना जाए लेकिन निशांत सिंधू और दिनेश बाना ने ऐसा नहीं होने दिया। निशांत सिंधू 84 गेंद में 50 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं दिनेश बाना ने लगातार दो छक्के जड़कर टीम को जीत दिला दी। इस तरह पांचवीं बार टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया।