- भारत और बांग्लादेश के बीच शुक्रवार से शुरू होगा ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट
- कुछ दिन पहले ईडन गार्डन्स पर डे-नाइट टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली गुलाबी गेंदें पहुंच चुकी हैं
- टीम इंडिया इस समय दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त पर है
कोलकाता: भारत और बांग्लादेश के बीच शुक्रवार से कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट शुरू होगा। दोनों ही टीमें पहली बार डे-नाइट टेस्ट खेलेंगी। भारतीय टीम मौजूदा दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त पर है। विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट में बांग्लादेश को एक पारी और 130 रन के विशाल अंतर से मात दी। यह आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में टीम इंडिया की लगातार छठी जीत थी और उसकी कोशिश इसी लय ईडन गार्डन्स पर जारी रखने की होगी।
कोलकाता में पिछले सप्ताह भारी बारिश हुई और उसने बुलबुल तूफान के झटके भी झेले। हालांकि, पिच क्यूरेटर सुजन मुखर्जी को उम्मीद है कि आगे बारिश की संभावना नहीं है और ऐसे में काफी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट देखने को मिलेगी। बता दें कि पिच क्यूरेटर मुखर्जी चाहते थे कि ईडन गार्डन्स की पिच पर एक अभ्यास मैच खेला जाए ताकि इसकी तैयारियों का जायजा लिया जा सके। मगर मौसम की बैमानी के कारण यह संभव नहीं हो सका और अब इस पर सीधे प्रमुख टेस्ट मैच खेला जाएगा।
कैसा रहेगा कोलकाता का मौसम?
कोलकाता में पिछले सप्ताह भारी बारिश हुई। इसके चलते मैच की तैयारियों पर काफी फर्क पड़ा। वैसे, मौसम विभाग की माने तो मैच के दौरान आसमान साफ रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार से आसमान एकदम साफ रहेगा और यहां सूरज की अच्छी रोशनी पड़ेगी। सुजन मुखर्जी ने कहा, 'पिछले सप्ताह बारिश ने कबाड़ा जरूर किया, लेकिन हारे पास समय था और अब हम बेहतर स्थिति में हैं। पिच अच्छी स्थिति में है।'
ओस से क्या फर्क पड़ेगा?
डे-नाइट टेस्ट होने के कारण ओस का फैक्टर बहुत महत्वपूर्ण बन चुका है। पिंक बॉल (गुलाबी गेंद) लाल गेंद की तुलना में ज्यादा फिसलती हुई स्विंग लेती है। अभी हल्का ठंडा मौसम है, ऐसे में ज्यादा ओस पड़ने की पूरी संभावना है। वैसे, भारत में होने वाले डे-नाइट टेस्ट के आखिरी सेशन में ओस का खलल पड़ेगा और इसे सबसे चुनौतीपूर्ण सत्र भी माना जा रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि दोपहर 1 बजे से मुकाबला शुरू होगा। ऐसे में आखिरी सेशन के समय ओस पड़ना स्वाभाविक है। यह सेशन काफी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि गेंद पर ग्रिप बनाना आसान नहीं होगा। मगर गेंद ज्यादा फिसलेगी, जिसके चलते बल्लेबाजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ओस भी बल्ले और गेंद के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा कराने का काम करती दिख सकती है।
क्या है पिच का हाल?
कोलकाता के ईडन गार्डन्स पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है। पिच क्यूरेटर मुखर्जी के मुताबिक यहां की पिच काफी स्पोर्टिंग रहेगी, लेकिन तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि पिच अभी ढकी हुई है और इस पर काफी घास भी जमी हुई है। मुखर्जी ने कहा, 'पिच अब काफी अच्छी स्थिति में है। यह तैयार है और पिछले कुछ सालों में यहां अच्छे मुकाबले हुए हैं। ईडन पर एक बार फिर बेहतरीन मैच खेले जाने की उम्मीद है। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है।'