माउंट माउंगानुई: न्यूजीलैंड ने मंगलवार को खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के अंतिम मैच में भारत को पांच विकेट से हराकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप हासिल कर ली। भारत ने 297 रन का लक्ष्य दिया, जिसे न्यूजीलैंड ने 17 गेंद बाकी रहते 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारत को 14 साल बाद किसी द्विपक्षीय सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा है। वहीं, भारत का वनडे सीरीज में पिछले 31 साल में पहली बार सूपड़ा साफ हुआ है। भारतीय टीम को आखिरी बार 1989 में वेस्टइंडीज ने 5-0 से हराया था। वनडे सीरीज खत्म होने के बाद कप्तान विराट कोहली ने माना कि भारतीय टीम का न्यूजलीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन जीत के स्तर का नहीं था। हालाांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय टीम सीरीज में बुरा नहीं खेली।
कोहली ने तीसरे मैच के बाद कहा कि बल्लेबाजों का कठिन परिस्थितियों से वापस आाना हमारे लिए सकारात्मक संकेत रहा। लेकिन फील्डिंग और गेंदबाजी के अंदर हम अपनी क्षमता के साथ न्याय नहीं कर सके। इस सीरीज में हमने विजेता बनने जैसा प्रदर्शन नहीं किया। हम बुरा नहीं खेले लेकिन हमने अवसरों को सही से नहीं भुनाया। नए खिलाड़ियों के लिए यह अच्छा अनुभव था। वो पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। न्यूज़ीलैंड ने हमारे मुकाबले बहुत अधिक तीव्रता के साथ खेला। उन्होंने 3-0 से जीत हासिल की। हम टेस्ट सीरीज के लिए उत्साहित हैं। अब हमारे पास एक संतुलित टीम है। हमें लगता है कि हम सीरीज जीत सकते हैं, लेकिन हमें सही तरह की मानसिकता के साथ स्टेडियम में कदम रखने की जरूरत है।
गौरतलब है कि भारत ने केएल राहुल (112) के करियर के पांचवें शतक की बदौलत 7 विकेट के नुकसान पर 296 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड को मार्टिन गुप्टिल (66) और हेनरी निकोलस (80) ने पहले विकेट के लिए 106 रनों की शतकीय साझेदारी करके कीवी टीम को शानदार शुरुआत दी। इसके बाद न्यूजीलैंड ने केन विलियमसन (22), रॉस टेलर (12) और जिम्मी नीशम (19) के विकेट जल्द खो दिए। लेकिन भारतीय गेंदबाज कीवी टीम पर लगातार दबाव बनाए रखने में कामयाब नहीं हो सके। न्यूजीलैंड के 5 विकेट 40वें ओवर में 220 रन तक गिर गए। यहां से टॉल लाथम (नाबाद 32) और कोलिन डी ग्रांडहोम ने (नाबाद 58) मोर्चा संभाला और अपनी टीम जिता दिया। ग्रांडहोम ने महज 21 गेंद में अपने अर्धशतक पूरा कर लिया। उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए।