क्राइस्टचर्च: भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे और आखिरी टेस्ट में भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में कीवी टीम ने भारत को तीसरी दिन सोमवार को 7 विकेट से शिकस्त दी। इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत को सूपड़ा साफ कर दिया। भारत को पहला टेस्ट में 10 विकेट से हार मिली थी। भारत ने न्यूजीलैंड को टी20 सीरीज में 5-0 से हराकर दौरे की शानदार शुरुआत की थी। लेकिन कीवी टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज 3-0 से जीतकर वापसी करने में कामयाब रही। न्यूजीलैंड ने साल 2017 से अपनी सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई है।
कीवी टीम को मिला 132 रन का लक्ष्य
क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारत के पहली पारी में 242 रन के जवाब में न्यूजीलैंड ने 235 रन बनाए थे। भारत को पहली पारी में 7 रन की मामूली बढ़त मिली लेकिन मेहमान टीम दूसरी पारी में महज 124 रन बनाकर ढेर हो गई। भारत ने मेजबान टीम को जीत के लिए 132 रन का लक्ष्य दिया। कीवी ने 3 विकेट के नुकसान पर 36 ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम (74 गेंद पर 52) और टॉम ब्लंडल (113 गेंद पर 55) ने कीवी टीम को दमदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी की।
न्यूजीलैंड के पहला झटका लाथम के रूप में 28वें ओवर में लगा। उन्हें उमेश यादव ने पवेलियन भेजा। वहीं, केन विलियमसन (8 गेंद पर 5) 31वें ओवर में जसप्रीत का शिकार का शिकार बन गए। न्यूजीलैंड को तीसरा झटका ब्लंडल के तौर पर 33वें ओवर में लगा। टिककर बल्लेबाजी कर रहे ब्लंडल को बुमराह ने बोल्ड किया। उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके और 1 छक्का जड़ा। हालांकि, तीन विकेट के गिरने का भारत को कोई फायदा नहीं हुआ। रॉस टेलर (9 गेंद पर नाबाद 10) और हेनरी निकोलस (13 गेंद पर नाबाद 5) ने कीवी टीम को जीत की मंजिल तक आसानी से पहुंचा दिया।
भारतीय बल्लेबाज फिर बुरी तरह हुए नाकाम
मैच में भारतीय बल्लेबाज बुरी तरह नाकाम रहे। पहली पारी में पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा और हनुमात विहारी ने अर्धशतक जमाया लेकिन दूसरी पारी में भारत की ओर से कोई भी बल्लेबाज 25 का आंकड़ा भी नहीं छू पाया। दूसरी पारी में भारत की खस्ता हालता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसके सात बल्लेबाज दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंच पाए। भारत ने तीसरे दिन की शुरुआत 6 विकेट के नुकसान पर 90 रनों के साथ की। मेहमान टीम कीवी गेंदबाजों का डटकर सामना नहीं कर पाई और उसने बाकी 4 विकेट 34 रन जोड़कर खो दिए। न्यूजीलैंड की तरफ से ट्रेंट बोल्ट ने दूसरी पारी में 4 जबकि टिम साउदी ने 4 विकेट झटके। वहीं, कोलिन डी ग्रांडहोम और नील वेग्नर को एक-एक विकेट मिला। काइल जेमीसन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में 5 विकेट लिए थे लेकिन दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
भारत की दूसरी पारी का हाल
भारतीय टीम ने दूसरे दिन दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए निराशाजनक आगाज किया। पारी की शुरुआत करने आए पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल पहले विकेट के लिए महज 8 रन ही जोड़ सके। भारत को पहला झटका अग्रवाल के रूप में लगा। पिछली पारी (7) की तरह इस बार भी वह लय में नहीं दिखे। वह दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर अनुभवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का शिकार बन गए। बोल्ट ने उन्हें एलबीडबल्यू आउट कर पवेलियन भेजा। पहली पारी में भी बोल्ट ने उन्हें एलबीडबल्यू ही आउट किया था। उन्होंने 6 गेंदों में 3 रन बनाए। अग्रवाल भले ही दूसरे टेस्ट में बल्ले से नाकाम रहे हों लेकिन पहले टेस्ट में उन्होंने टिककर बल्लेबाजी की थी। उन्होंने वेलिंगटन में पहली पारी में 34 और दूसरी पारी में 58 रन बनाए थे।
नहीं चला पृथ्वी शॉ का बल्ला
भारत का दूसरा विकेट सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के रूप में गिरा। पहली पारी में अर्धशतक जमाने वाले शॉ सस्ते में पवेलियन लौट गए। शॉ ने शुरू में कुछ अच्छे शॉट मारे और वह लय में नजर आ रहे थे। हालांकि, उनकी यह लय ज्यादा देकर बरकरार नहीं रही। उन्होंने 24 गेंदों में 2 चौकों की मदद से 14 रन की पारी खेली। उन्हें नौवें ओवर की पहली गेंद पर टिम साउदी ने आउट कर दिया। वह साउदी की गेंद पर टॉम लाथम के हाथों लपके गए। उनका विकेट 26 के कुल स्कोर पर गिरा। एक पारी को छोड़ दिया जाए तो शॉ पिछले कई मैचों से कोई बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हुए हैं। शॉ ने पहले टेस्ट में 16 और 14 रन बनाए थे। वहीं, उन्होंने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 20, 24 और 40 रन की पारी खेली थी।
कोहली ने फिर सस्ते में गंवाया विकेट
भारत को तीसरा झटका कप्तान विराट कोहली के तौर लगा। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कोहली (14) का बल्ला एक फिर नहीं चला। उन्हें डी ग्रांडहोम ने 18वें ओवर की पहली गेंद पर अपना शिकार बनाया। कोहली ने पहली पारी में केवल 3 रन बनाए थे। इसके बाद नील वेग्न ने अजिंक्य रहाणे (9) को बोल्ड कर भारत को चौथा झटका दिया। रहाणे 31वें ओवर में तीसरे गेंद पर आउट हुए। रहाणे के आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा से टीम को काफी उम्मीदें थी लेकिन वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए।
पुजारा ने टिककर रन बनाने की कोशिश की मगर सफलता हाथ नहीं लगी। उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने 34वें ओवर की पहली गेंद पर बोल्ड कर पवेलियन भेजा। उन्होंने 88 गेंदों में 2 चौकों के जरिए 24 रन बनाए। उमेश यादव भारत की ओर से दूसरे दिन आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। उन्हें 36वें ओवर की पहली गेंद पर बोल्ट ने बोल्ट किया। उन्होंने 12 गेंदों में 1 रन बनाया। उनका विकेट 89 के कुल स्कोर पर गिरा। उनके आउट होने के बाद महज 5 गेंदें और फेंकी गई और स्टंप्स की घोषणा कर दी गई।
हनुमा और पंत रहे नाकाम
भारतीय टीम की तीसरे दिन भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और तीसरे दिन नाबाद पवेलियन लौटे हनुमा विहारी अपनी पारी में महज 4 रन जोड़कर 39वें ओवर की चौथी गेंद पर आउट हो गए। उन्हें टिम साउदी ने विकेट के पीछे वाटलिंग के हाथों लपकवाया। उन्होंने 18 गेंदों में 2 चौकों के जरिए 9 रन बनाए। उनका विकेट 97 के कुल स्कोर पर गिरा। उनके बाद रिषभ पंत को ट्रेंट बोल्ट ने अगले ओवर में पवेलियन भेजा दिया। पंत ने भी विकेटकीपर वाटलिंग को ही कैच थमाया। पंत अपने तीसरे दिन के स्कोर में 3 रन ही जोड़ सके। उन्होंने 14 गेंदों में 4 रन बनाए।
भारत को नौवां झटका मोहम्मद शमी के रूप में लगा। शमी को साउदी ने 43वें ओवर की चौथी गेंद पर आउट कर दिया। शमी ने शॉट मारने के प्रयास में टॉम ब्लंडल को कैच धमाया। उन्होंने 11 गेंदों में 5 रन बनाए। उनका विकेट 108 के कुल स्कोर पर गिरा। इसके कुछ देर बाद जसप्रीत बुमराह भी पवेलियन लौट गए। वह गेंदों में 4 रन बनाकर रन आउट हो गए। उनके आउट होते ही भारत की दूसरी पारी समिट गई। वहीं, रवींद्र जडेजा 22 गेंदों में 16 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने अपनी पारी में 1 चौका और 1 छक्का लगाया। कीवी टीम के लिए मैच में युवा तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने सबसे ज्यादा विकेट हासिल लिए। उन्होंने मैच की दोनों पारियों में कुल 8 विकेट चटकाए।
प्लेइंग इलेवन:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, रिषभ पंत (विकेटकीपर), अजिंक्य राहणे, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), टॉम ब्लंडल, टॉम लाथम, रॉस टेलर, हेनरी निकोलस, बीजे वाटलिंग (विकेटकीपर), कोलीन डी ग्रांडहोम, टिम साउदी, नील वेग्नर, ट्रेंट बोल्ट और काइल जैमीसन।