माउंट माउंगानुई: न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ तीसरा और आखिरी वनडे 5 विकेट से अपने नाम कर लिया। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम का क्लीन स्वीप कर दिया। भारत को पहले वनडे में चार विकेट से और दूसरे वनडे में 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। भारत को 14 साल बाद किसी द्विपक्षीय सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 297 रन का लक्ष्य दिया जिसे न्यूजीलैंड ने 47.1 में 5 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। कीवी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन हेनरी निकोलस (80) ने बनाए। उनके अलावा मार्टिन गुप्टिल (66), कोलिन डी ग्रांडहोम (नाबाद 58) और टॉम लाथम (नाबाद 32) ने अहम योगदान दिया। भारत की तरफ से युजवेंद्र चहल ने तीन, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट हासिल किया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने अच्छी शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल और हेनरी निकोलस ने पहले विकेट के लिए 106 रन की साझेदारी की। दोनों ने भारतीय गेंदबाजों पर शुरू से दबाव बनाकर रखा। भारत को पहली सफलता गुप्टिल के रूप मिली। गुप्टिल को युजवेंद्र चहल ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह चहल की गेंद पर बोल्ड हो कर पवेलियन लौटे। उन्होंने 46 गेंदों में 66 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 6 चौके और 4 चक्के उड़ाए। गुप्टिल ने पिछले मैच में भी टिककर बल्लेबाजी की थी और 79 रन बनाए थे। वहीं, उन्होंने पहले वनडे में 32 रन बनाए थे।
गुप्टिल के बाद चोट से उबरकर वापसी करने वाले कप्तान केन विलियमसन ने निकोलस के साथ पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 53 रन की पार्टनरशिप की। हालांकि, विलियमसन बड़ी पारी नहीं खेल पाए और 28वें ओवर की पहली गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। उन्हें भी चहल ने आउट किया। वह बड़ा शॉट मारने के प्रयास में मिडविकेट पर मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट हो गए। उन्होंने 31 गेंदों में 2 चौकों के जरिए 22 रन बनाए। उनका विकेट 159 के कुल स्कोर पर गिरा। विलियम्सन 29 जनवरी को तीसरे टी20 के बाद से ही टीम से बाहर थे। उन्हें फील्डिंग के दौरान कंधे में चोट लगी थी।
जल्द आउट हुए रॉस टेलर
पिछले दो मैचों में शानदार बल्लेबाजी करने वाले अनुभवी खिलाड़ी रॉस टेलर जल्द पवेलियन लौट गए। उन्हें महज 12 रन के निजी स्कोर पर रवींद्र जडेजा ने चलता कर दिया। उन्होंने 32वें ओवर की पांचवीं गेंद पर विराट कोहली को कैच थमाया। उन्होंने 18 गेंदों की अपनी पारी में 1 चौका जमाया। उनका विकेट 186 के कुल स्कोर पर गिरा। टेलर की दोनों मैचों में खेली गई दमदार पारी ने न्यूजीलैंड को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने पहले वनडे में जहां नाबाद 109 रन बनाए तो वहीं दूसरे वनडे में नाबाद 73 रन की पारी खेली थी।
शतक से दूर रह गए निकोलस
कीवी टीम को चौथा विकेट झटका हेनरी निकोलस के रूप में लगा। उन्होंने टिककर दमदार पारी खेली। लग रहा था कि निकोलस शतक पूरा करे लेंगे लेकिन ऐसा हो नहीं सका। उन्होंने 103 गेंदों में 80 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 9 चौके जड़े। उन्हें शार्दुल ठाकुर ने 33वें ओवर की पांचवीं गेंद पर पवेलियन भेजा। वह शार्दुल की गेंद को पिच पर पड़ने के बाद समझ नहीं पाए और विकेट के पीछे केएल राहुल के हाथों लपके गए। उनका विकेट 189 के कुल स्कोर पर गिरा। निकोलस ने भी पिछले दो मैचों में अच्छी पारियां खेलीं। उन्होंने पहले मैच में 78 रन जबकि दूसरे मैच में 41 रन बनाए।
लाथम ने ग्रांडहोम ने दिलाई जीत
इसके बाद टॉम लाथम ने जिम्मी नीशम के साथ मोर्चा संभाला। दोनों ने पांचनें विकेट के लिए 31 रन की साझेदारी कर टीम 200 के पार पहुंचाया। नीशम 40वें ओवर में जाकर चलह का शिकार बन गए। उन्होंने गलत शॉट खेलकर मिडविकेट पर कोहली को कैच थमा दिया। उनका विकेट 220 के कुल स्कोर पर गिरा। उनके जाने के बाद लाथम और कोलिन डी ग्रांडहोम ने कीवी टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया और जीत की नैया पार लगाकर लौटे। दोनों ने छठे विकेट के लिए 80 रन की अविजित साझेदारी की। लाथम ने जहां धीमी गति से रन जुटाए वहीं ग्रांडहोम ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। लाथम ने 34 गेंदों में 3 चौकों की बदौलत नाबाद 32 रन बनाए जबकि ग्रांडहोम ने 28 गेंदों में 6 चौकों और 3 छक्कों के जरिए नाबाद 58 रन की पारी खेली।
भारत की खराब शुरुआत
इससे पहले टॉस हारकर पहले खेलते हुए भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 296 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत के लिए सर्वाधिक रन केएल राहुल 112 ने बनाए। भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। पारी का आगाज करने आए पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल पहले विकेट के लिए महज 8 रन ही जोड़ सके। भारत को पहला झटका मयंक के तौर पर लगा। उन्हें तेज गेंदबाज काइल जेमिसन ने दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर पवेलियन की राह दिखाई। वह जेमिसन की गेंद को पिच पर पड़ने के बाद भांप नहीं पाए और बोल्ड हो गए। उन्होंने 3 गेंदें खेलकर केवल एक रन बनाया। मयंक का बल्ला दूसरे वनडे में भी नहीं चला था और वह 3 रन के निजी स्कोर पर अपना विकेट गंवा बैठे थे।
सस्ते में पवेलियन लौटे कप्तान कोहली
भारत का दूसरा विकेट कप्तान विराट कोहली के तौर पर गिरा। पिछले मैच में 15 रन बनाकर बनाने वाले कोहली एक बार फिर सस्ते में पवेलियन लौट गए। उन्हें हामिश बेनेट ने 7वें ओवर की चौथी गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह बेनेट की गेंद पर गलत शॉट खेल बैठे और जेमिसन के हाथों लपके गए। उन्होंने पृथ्वी शॉ के साथ दूसरे विकेट के लिए 24 रन की साझेदारी की। कोहली ने 12 गेंदों में 1 छक्के की मदद से 9 रन बनाए। भारतीय कप्तान ने सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन की गैर मौजूदगी में तीन मैचों में कुल 75 रन बनाए।
पहले अर्धशतक से चूके पृथ्वी शॉ
भारत को तीसरा झटका सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के रूप में लगा। पिछले दो मैचों में छोटी-छोटी पारियां खेलने वाले शॉ ने टिककर बल्लेबाजी की। हालांकि, वह अपने वनडे करियर का पहला अर्धशतक जमाने से चूक गए। उन्होंने 42 गेंदों में 40 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 3 चौके और 2 छ्क्के मारे। लग रहा था कि शॉ अर्धशतक पूरा कर लेंगे लेकिन वह 13वें ओवर की पहली गेंद पर रन आउट हो गए। उन्हें कोलिन डी ग्रांडहोम ने विकेटकीपर टॉम लाथम के जरिए पवेलियन भेजा। उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ तीसरे विकेट के लिए 30 रन की साझेदारी की। उनका विकेट 62 के कुल स्कोर पर गिरा। शॉ पहले वनडे में 20 जबकि दूसरे वनडे में 24 रन की पारी खेली थी।
श्रेयस अय्यर ने जमाया अर्धशतक
विराट कोहली के आउट होने के बाद चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर ने उम्मीद के मुताबकि प्रदर्शन किया। फॉर्म में चले रहे अय्यर के बल्ले ने एक बार फिर रन उगले। उन्होंने मोर्चा संभालते हुए केएल राहुल के साथ भारती पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी कर टीम को लड़खड़ाने से बचाया। अय्यर ने 52 गेंदों में अपने वनडे करियर का आठवां पचासा पूरा किया। हालांकि, वह अर्धशतक जमाने के बाद ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और जिम्मी नीशम का शिकार बन गए। अय्यर 31वें ओवर की तीसरी गेंद पर बड़ा शॉट मारने की फिराक में कोलिन डी ग्रांडहोम को कैच थमा बैठे। उन्होंने 63 गेंदों में 9 चौकों की बदौलत 62 रन बनाए। उनका विकेट 162 के कुल स्कोर पर गिरा। अय्यर ने इस सीरीज के पहले मैच में 103 और दूसरे मैच में 52 रन की पारी खेली थी।
राहुल ने खेली शानदार शथकीय पारी
भारत का पांचवां विकेट केएल राहुल के तौर पर गिरा। राहुल ने टिककर रन बनाए और भारतीय टीम को संकट से निकाला। उन्होंने मनीष पांडे के साथ काफी अच्छी साझेदारी की ओर टीम को 250 रनों के पार पहुंचाया। राहुल ने इसी बीच अपना पांचवां वनडे शतक पूरा किया। राहुल के लिए यह खास पल था क्योंकि वह न्यूजीलैंड में पांचवें या उससे नीचे के क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले 2015 विश्व कप में सुरेश रैना ने जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 110 रनों की पारी खेली थी।
राहुल हालांकि शतक लगाने के बाद 269 के कुल स्कोर पर आउट हो गए। उन्होंने 113 गेंदों में 9 चौके और 2 छक्कों के दम पर 112 रन बनाए। उन्हें हामिश बेनेट ने 47वें ओवर की चौथी गेंद पर पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद बेनेट ने अगली ही गेंद पर मनीष पांडे को भी आउट कर दिया। पांडे ने 48 गेंदों में 42 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 2 चौक जड़े। भारत को सातवां और आखिरी झटका शार्दूल ठाकुर के तौर पर लगा। उन्हें भी बेनेट ने ही आउट किया। वह 49वें ओवर की दूसरी गेंद पर ग्रांडहोम के हाथों लपके गए। उन्होंने 6 गेंदों में 7 रन बनाए। वहीं, रवींद्र जडेजा 8 और नवदीप सैनी रन बनाकर नाबाद रहे। कीवी टीम की ओर से हामिश बेनेट ने चार जबकि जिम्मी नीशम और काइल जेमिसन ने एक-एक विकेट चटकाया।
न्यूजीलैंड ने अपनी टीम में दो बदलाव किए हैं। कीवी टीम ने टॉम ब्लंडल और मार्क कामपन की जगह विलियमसन और मिशेल सैंटरन को अंतिम एकादश में शामिल किया। वहीं, भारत ने अपनी टीम में एक बदलाव किया। मेहमान टीम ने केदार जाधव के स्थान पर मनीष पांडे को मौका दिया। दोनों टीमों के बीच वनडे सीरीज में अंतर शीर्षक्रम का प्रदर्शन रहा। रोहित शर्मा और शिखर धवन चोट के कारण बाहर थे जबकि विराट कोहली बड़ी पारी नहीं खेल पाए।
वहीं, फॉर्म में चल रहे केएल राहुल बल्लेबाजी क्रम में नीचे उतरेहे। शीर्षक्रम भारत की ताकत रहा है जो इस सीरीज में नाकाम रहा। सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन भारत को चिर दमदार शुरूआत नहीं दिला सके। रोहित की कमी भारत को बुरी तरह खली। रोहित ने पिछले 12 महीने में वनडे क्रिकेट में 57.30 की औसत से रन बनाए थे।
प्लेइंग इलेवन:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, केएल राहुल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह और नवदीप सैनी।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, हेनरी निकोलस, रॉस टेलर, टॉम लाथम (विकेटकीपर), कोलिन डी ग्रांडहोम, जिम्मी नीशम, मिशेल सैंटनर, टिम साउदी, काइल जेमिसन और हामिश बेनेट।