पुणे: टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पिछले कुछ समय से शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, रविंन्द्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन के साथ-साथ कई युवा खिलाड़ियों ने भी अपनी गेंदबाजी का जलवा बिखेरा है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच विशाखापट्टनम में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 7 विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में मोहम्मद शमी ने 5 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम को ढेर कर दिया। टीम इंडिया के बॉलिंग कोच भरत अरुण भारतीय गेंदबाजों की सफलता से उत्साहित हैं और उन्होंने ये भी बताया कि क्या है टीम इंडिया के गेंदबाजों की कामयाबी का राज।
भरत अरुण के मुताबिक टीम इंडिया के गेंदबाजों की सफलता का कारण ये है कि हमारे गेंदबाज कभी पिच की स्थिति और हालातों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते। उन्होंने अपने कौशल के बूते पिच की प्रकृति का असर खुद के प्रदर्शन पर नहीं पड़ने दिया। मोहम्म्द शमी ने विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में दूसरी पारी में नीची और धीमी पिच पर शानदार प्रदर्शन किया जबकि इसके स्पिनरों के मुफीद होने की उम्मीद थी जिस पर रविचंद्रन अश्विन ने तब सात विकेट हासिल किये जब बल्लेबाजों को मदद मिल रही थी।
हम मनमर्जी विकेट की मांग नहीं करते
गेंदबाजी कोच अरुण ने बताया कि वे कभी भी अपने हिसाब की पिच की मांग नहीं करते, फिर चाहे हम घर में खेल रहे हों, उन्होंने कहा, ‘हमें जो विकेट मिलते हैं, हम उसकी मांग नहीं करते। हमें दुनिया की नंबर एक टीम बनने के लिये जो भी परिस्थितियां मिले, उन्हें घरेलू हालात के रूप में स्वीकार करना होगा।’ उन्होंने कहा कि परिस्थितियों पर निर्भर रहने के बजाय हम कौशल पर ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, ‘जब हम विदेश जाते हैं तो हम विकेट के ऊपर ध्यान नहीं देते। हम कहते हैं कि हम इसे घरेलू परिस्थितियों के रूप में देखेंगे क्योंकि विकेट दोनों टीमों के लिये समान ही है। हम विकेट पर ध्यान देने के बजाय अपनी गेंदबाजी पर काम करेंगे।’