- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है
- भारतीय टीम ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सख्त कोविड नियमों के कारण क्वींसलैंड नहीं जाना चाहती
- रिपोर्ट के मुताबिक क्वींसलैंड सरकार ने भारतीय टीम को करारा जवाब दिया है
ब्रिस्बेन: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में होने वाले चौथे टेस्ट को लेकर विवाद की स्थिति बढ़ गई है। जहां भारतीयों ने स्पष्ट कर दिया कि वह सख्त कोविड नियमों के कारण क्वींसलैंड नहीं जाना चाहते, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम को इससे जरा भी दिक्कत नहीं है। भारतीय टीम के सूत्र ने क्रिकबज से कहा, 'अगर आप इसको देखें, तो हम दुबई में 14 दिन क्वारंटीन में रहे। फिर सिडनी पहुंचे और दोबारा 14 दिन पृथकवास में रहे। इसका मतलब कि हम हार्ड बबल में करीब एक महीना रहे। अब हम नहीं चाहते हैं कि दौरे के अंत में फिर पृथकवास हों।'
सूत्र ने आगे कहा, 'हम ऐसे में ब्रिस्बेन नहीं जाना चाहेंगे अगर वापस होटल में ही रहना पड़े और मैदान में जाने का मौका नहीं मिले। इसके बजाय हमें दूसरे शहर में रहने में कोई ऐतराज नहीं है। हम सीरीज पूरी करने के लिए एक ही जगह पर दो टेस्ट मैच खेलकर घर लौटने को तैयार हैं। हम सिर्फ इतना कह रहे हैं कि कई राज्यों में लॉकडाउन व बबल को करीब 6 महीने होने को आएं हैं। और यह हर किसी के लिए आसान नहीं है।'
अब एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें क्वींसलैंड सरकार ने रविवार को करारा जवाब दिया है। राज्य की स्वास्थ्य शेडो मंत्री रोस बेट्स ने कहा, 'अगर भारतीय नियम के हिसाब से नहीं खेलना चाहते, तो न आएं।' क्वींसलैंड के शेडो खेल मंत्री टिम मैंडनर ने कहा, 'अगर भारतीय टीम डमी रखना चाहती है और ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट के लिए पृथकवास दिशा-निर्देश नहीं मानना चाहती तो उन्हें नहीं आना चाहिए। सभी के लिए समान नियम अपनाने चाहिए।'
खतरे में ब्रिस्बेन टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच शेष टेस्ट सीरीज पर रविवार को खतरा मंडराया जब रिपोर्ट्स आईं कि मेहमान टीम को ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट के लिए दोबारा सख्त क्वारंटीन में रहना पड़ेगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट गुरुवार से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में शुरू होगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शहर के उत्तरी इलाके में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के बावजूद तीसरा टेस्ट यही आयोजित कराने का फैसला किया।