- पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक का बयान
- भारतीय क्रिकेट टीम की तारीफ की और ऑस्ट्रेलिया से बेहतर बताया
- इंजमाम ने वजह बताईं कि आखिर टीम इंडिया क्यों बेहतर होती गई
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान इंजमाम-उल-हक (Inzamam-ul-Haq) ने टीम इंडिया की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तारीफ के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को भी आईना दिखाया है। इंजमाम ने यहां तक कह दिया कि प्रतिभाएं तैयार करने में मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम ने 2000 के दशक की शुरुआत में धमाल मचाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी पीछे छोड़ दिया है। इंजमाम ने भारतीय क्रिकेट के ढांचे की प्रशंसा की है और बताया है कि मजबूत बेंच स्ट्रेंथ से कैसे टीम को फायदा पहुंचा है।
भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर जा रही है जहां उसको न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के साथ-साथ इंग्लिश टीम के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलनी है। उसी बीच भारत का श्रीलंका दौरा भी निर्धारित कर दिया गया जहां वनडे और टी20 सीरीज खेली जाएंगी। ऐसे में एक टीम इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेलेगी जबकि एक दूसरी टीम सीमित ओवर क्रिकेट विशेषज्ञ खिलाड़ियों के साथ श्रीलंका में खेलेगी। ऐसा पहली बार होगा जब दो शीर्ष स्तर की मजबूत भारतीय टीमें दो अलग-अलग देशों में खेल रही होंगी। इसके पीछे की वजह प्रतिभाओं की भरमार है।
एक ही समय पर दो देशों में दो सीरीज, 1 राष्ट्रीय टीम
इसी को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक काफी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो स्वर्णिम दौर के समय ऑस्ट्रेलिया किया करती थी, आज भारत उससे भी बेहतर कर रहा है। इंजमाम ने कहा, "एक दूसरी भारतीय टीम खड़ी करने का आइडिया दिलचस्प है, भारत आज वो कर रहा है जो ऑस्ट्रेलिया ने सालों पहले किया था, लेकिन वे भी उसमें उतना सफल नहीं हुए थे जितना कि भारत में दम दिख रहा है। मुझे लगता है कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक राष्ट्रीय टीम एक साथ दो अलग-अलग सीरीज खेल रही होगी। एक किसी अन्य देश में, दूसरी सीरीज किसी और देश में, और दोनों ही राष्ट्रीय टीम हैं।"
ऑस्ट्रेलिया भी ऐसा करने से चूक गया था
इंजमाम ने आगे कहा, "जब ऑस्ट्रेलिया 1995 से 2005-2010 के बीच अपने स्वर्णिम दौर में था, तब उन्होंने दो टीमों को रखने की तैयारी की थी- ऑस्ट्रेलिया-ए और ऑस्ट्रेलिया-बी टीम लेकिन उनको इजाजत नहीं मिली थी। भारत वो कर रहा है जो ऑस्ट्रेलिया भी अपने पीक पर नहीं कर सका था। और तमाम देशों में चल रहे पृथकवास प्रोटोकॉल व कड़े नियमों को देखते हुए ये फैसला सूझबूझ वाला भी है। एक ही अंतराल में एक ही देश में दो बार टीमों को भेजना मुश्किल हो सकता था।"
दोनों टीमों में गुणवत्ता दिखेगी क्योंकि..50 तैयार हैं
इंजमाम उल हक का कहना है कि बेशक दो अलग-अलग भारतीय टीमें सीरीज खेल रही होंगी लेकिन दोनों ही टीमों में गुणवत्ता की कमी नहीं होने वाली। उन्होंने कहा, "भारत के पास इस समय इतनी क्षमता है कि वो ये काम आसानी से कर सकते हैं। उनके खिलाड़ियों का पूल इतना बड़ा है कि वो ये व्यवस्था कर पा रहे हैं। अगर आप उन खिलाड़ियों को देखें जो श्रीलंका जा रहे हैं तो आपको लगेगा कि यही मुख्य टीम है, कुछ ऐसी है इनकी बेंच स्ट्रेंथ। भारत ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट ढांचे में लगातार सुधार किया है और इसके अलावा आईपीएल भी है जिसने दो अलग-अलग टीमें तैयार करने में मदद की। ये ऐसा है कि भारत के 50 खिलाड़ी तैयार हैं राष्ट्रीय टीम से खेलने के लिए।"