- भारतीय टीम की सेवा लंबे समय तक कर चुके कई खिलाड़ियों का आईपीएल करियर समापन के कगार पर पहुंच गया है
- कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर उम्र और फिटनेस भारी पड़ने लगी है
- जिन भारतीय खिलाड़ियों को खरीदने में ज्यादा रुचि टीमें नहीं दिखाएंगी उनमें से अधिकांश गेंदबाज हैं
नई दिल्ली: आईपीएल 2022 के लिए होने वाली महा-नीलामी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नीलामी के लिए सभी 10 टीमों ने अपनी कमर कस ली है और इसके लिए योजना भी तैयार कर ली है कि किन खिलाड़ियों को टारगेट करना है। टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बैलेंस कैसे बनाना है।
इस बार नीलामी में उतर रहे 590 खिलाड़ियों में टीम इंडिया के लिए खेल चुके कई धुरंधर ऐसे हैं जिन्हें इस बार शायद ही कोई खरीदार मिले। इसकी कई वजहें हैं पहला अनियमित प्रदर्शन, दूसरा बढ़ती उम्र, तीसरी फिटनेस और चौथा एवं सबसे अहम बड़ा बेस प्राइज। अधिकांश इन खिलाड़ियों की जगह युवा खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेंगी जो उनके लिए वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की राह भी आसान करें। आईए ऐसे खिलाड़ियों पर नजर डालें जिनके नीलामी में अनसोल्ड रहने की बड़ी संभावनाएं हैं। वहीं दूसरी वजह विदेशी गेंदबाजों पर टीमों का ज्यादा भरोसा है।
इशांत शर्मा:
भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके इशांत शर्मा के लिए इस बार आईपीएल नीलामी में राह आसान नहीं होने जा रही है। इशांत पिछले कुछ समय से चोट से भी जूझ रहे हैं। पिछले सीजन में वो दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा रहे थे। पिछले सीजन में उन्हें केवल 2 मैच खेलने का मौका मिला था। आईपीएल में इशांत अबतक 93 मैच खेल सके हैं। इस बार 1.50 करोड़ रुपये के बेस प्राइज पर इशांत नीलामी के लिए मैदान में हैं लेकिन शायद ही कोई टीम उनके लिए बोली लगाए।
वरुण आरोन:
धोनी की धरती रांची से ताल्लुक रखने वाले तेज गेंदबाज वरुण आरोन को शायद ही इस बार आईपीएल में कोई खरीदार मिले। भारत के लिए 9 टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेल चुके वरुण को पिछले साल भी नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला था। इस बार आरोन 50 लाख रुपये के बेस प्राइज के साथ मैदान में हैं। आईपीएल में वो पांच टीमों के साथ रहे हैं और 50 मैच खेल चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में भी पिछले दो साल में वो कोई बड़ा कमाल नहीं कर सके हैं।
उमेश यादव:
उमेश यादव भारतीय टेस्ट टीम के साथ लंबे समय से हैं लेकिन उन्हें कभी-कभी ही मैदान पर उतरने का मौका मिलता है। इस बार नीलामी में वो 2 करोड़ रुपये के बेस प्राइज के साथ मैदान में उतरे हैं लेकिन शायद ही उन्हें कोई खरीदार मिले। 34 वर्षीय उमेश पिछली बार दिल्ली कैपिटल्स की टीम का हिस्सा रहे थे लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। उमेश के पास आईपीएल में 121 मैच खेलने का अनुभव है लेकिन वो खुद को मैच विनर के रूप में अब तक स्थापित नहीं कर सके हैं। नई पीढ़ी के गेंदबाजों से उन्हें लगातार चुनौती मिल रही है।
पीयूष चावला:
आईपीएल इतिहास के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक पीयूष चावला मेगा ऑक्शन में 1 करोड़ रुपये के बेस प्राइज के साथ उतर रहे हैं। पिछली बार मुंबई इंडियन्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था। पिछले सीजन में उन्हें केवल 1 मैच खेलने का मौका मिला था। 165 मैच खेल चुके 33 वर्षीय पीयूष के लिए फिटनेस रास्ते का कांटा बन सकती है। अगर कोई टीम खिलाड़ी के रूप में स्पिन गेंदबाजों के लिए मेंटोर के रूप में ही चावला पर दांव लगा सकता है। नहीं तो उन्हें शायद ही कोई खरीदार मिले।
एस श्रीसंथ:
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में प्रतिबंध का सामना कर चुके एस श्रीसंथ की आईपीएल नीलामी में वापसी हुई है। वो 50 लाख रुपये के बेस प्राइज के साथ मैदान में होंगे। 39 साल की उम्र में श्रीसंथ के फॉर्म और फिटनेस दोनों ही सवालों के घेरे में है। वो अपनी मैच फिटनेस प्रूव नहीं कर सके हैं। आईपीएल में 44 मैच खेल चुके श्रीसंथ आखिरी बार राजस्थान रॉयल्स के लिए साल 2013 में खेलते नजर आए थे। ऐसे में उन्हें खरीदार मिलना मुश्किल नजर आ रहा है।