- विराट कोहली काफी समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं
- उन्होंने साल 2019 में आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था
- कोहली इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में भी कुछ खास नहीं कर सके हैं
भारती कप्तान विराट कोहली के बल्ले से लंबे समय से कोई शतकीय पारी नहीं निकली है। वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की मौजूदा टेस्ट सीरीज में भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उन्होंने तीन मुकाबलों में अभी तक 24.80 के औसत से 124 रन बनाए हैं। कोहली पांच पारियों में एक ही तरीके से आउट हुए है। उन्होंने ऑफ स्टंप की गेंद को खेलने के चक्कर में विकेट के पीछे कैच थमाया है। उनका तीन बार कैच विकेटकीपर जोस बटलर ने जबकि दो मर्तबा जो रूट ने स्लिप में लपका।
इरफान पठान ने बताई सबसे अलग वजह
कोहली के लगातार इस तरह आउट होने पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन समेत कई दिग्गजों ने उनकी बल्लेबाजी तकनीक पर सवाल उठाया है। हालांकि, भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान की राय सबसे अलग है। उनका कहना है कि इंग्लैंड में कोहली की इंग्लैंड में टिककर नहीं पाने की वजह तकनीक में दिक्कत नहीं बल्कि भारतीय कप्तान का आक्रामक व्यवहार है। पठान ने यह बात पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कही।
'आक्रामक सोच से परेशानी खड़ी हो रही है'
'मुझे लगता है कि तैयारी की कोई बात नहीं है। विराट कोहली सामने वाली टीम पर हावी होना चाहते हैं, जिसकी वजह से उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदें खेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बस इतनी सी छोटी सी बात है। तकनीकी से ज्यादा यह कोहली की आक्रामक सोच, जिसके चलते उन्हें परेशान हो रही है।' बता दें कि कोहली ने अभी तक सीरीज में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है। उन्होंने लीड्स टेस्ट की दूसरी पारी में 55 रन बनाए।
कोहली ऑफ स्टंप पर गेंदबाजी की जा रही है
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कोहली का बेशकीमती विकेट हासिल करने के लिए अभी तक लगातार ऑफ स्टंप पर गेंदबाजी की है। गेंदबाजों ने कोहली के संयम को परखा और उन्हें शॉट खेलने के लिए मजबूर किया। ऐसे में कोहली ने जब गेंद से छेड़छाड़ करने की कोशिश की तो विकेट के पीछ कैच आउट हो गए। पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा, 'कोहली ने इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ धैर्य नहीं दिखाया है जिसकी जरूरत है। यही एकमात्र अंतर है।'