नई दिल्ली: इन दिनों लॉकडाउन में दुनिया के अधिकांश क्रिकेट खिलाड़ी कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण घर की चार दीवारी में बंद हैं। इस दौरान वो आराम फरमा रहे हैं या घर के कामों में हाथ बटा रहे है। साथ ही अपने करियर के पुराने दिनों को याद भी कर रहे हैं। आम तौर पर भारतीय क्रिकेटरों का आराम के मौके कम ही मिलते हैं लेकिन कोरोनो के हर ने उन्हें ये अनचाहा मौका भी दे दिया है। नहीं तो 2 महीने लंबे आईपीएल में वो इन दिनों व्यस्त रहते। जिसे अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दिया गया है।
ऐसे में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ स्पेल या कहें प्रदर्शन का खुलासा किया है। मौजूदा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज इशांत ने हालांकि साल 2014 में लॉर्डस टेस्ट में लिए गए सात विकेट और नवंबर 2019 में खेले गए टीम के पहले दिन-रात टेस्ट मैच के बीच तुलना को गलत ठहराया है।
लॉर्ड्स में लिए थे सात विकेट
इशांत ने 2014 में धोनी की कप्तानी में लॉर्डस टेस्ट में सात विकेट लिए थे। धोनी ने उन्हें इस मैच के दौरान लगातार शॉर्ट पिच गेंद फेंकने को कहा था। इशांत के इसी प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया को जीत हासिल हुई थी। वहीं कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए भारत के पहले दिन रात टेस्ट मैच में उन्होंने पांच विकेट चटकाए थे। घरेलू सरजमीं पर 12 साल बाद इशांत एक टेस्ट पांरी में पांच विकेट लेने में सफल हुए थे।
ये दोनों प्रदर्शन हैं यादगार
इशांत आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हैं। दिल्ली की टीम ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें इशांत ने अपने इन दोनों प्रदर्शनों के बारे में कहा, दोनों टेस्ट मैच की यादें मेरे लिए एकसमान हैं। लॉडर्स में लिए गए सात विकेट निश्चित रूप से कुछ ऐसा है, जिसे मैं भूल नहीं सकता। गुलाबी गेंद में भी लिए गए पांच विकेट को मैं कभी नहीं भूल सकता क्योंकि 12 साल बाद (घर) में मैंने पांच विकेट लिए थे।'
इशांत की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने 2014 में लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। भारत 28 साल बाद लॉर्डस में जीता था। वहीं, दिन रात टेस्ट में भारत ने बांग्लादेश को मात दी थी। इशांत ने उस मैच की पहली पारी में में 22 रन देकर पांच विकेट हासिल किए थे। मैच में उन्होंने कुल 9 विकेट लेकर टीम इंडिया को उसके पहले डे-नाइट टेस्ट में जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी।