- जेम्स एंडरसन ने बताया 700 विकेट के अलावा क्या है अब उनका अगला लक्ष्य
- एंडरसन ने प्रतिष्ठित एशेज सीरीज में खेलने की इच्छा जाहिर की
- बताया कैसे उनके छरहरे बदन के दम पर इतना लंबा करियर खींचने में मदद मिली
साउथैम्पटन, 28 अगस्त: पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे टेस्ट के अंतिम दिन अपने टेस्ट करियर में 600 विकेट पूरे करने के बाद इंग्लिश गेंदबाज जेम्स एंडरसन बेहद खुश हैं। एंडरसन अब टेस्ट इतिहास के पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं जिसने 600 विकेटों का आंकड़ा छुआ है। एंडरसन को क्रिकेट खेलते 17 साल हो चुके हैं और वो 38 साल के हो चुके हैं इसलिए आए दिन लोग उनके संन्यास को लेकर अटकलें लगाते रहते हैं लेकिन इस विशाल कामयाबी के बाद एंडरसन ने एक बार फिर हुंकार भरते हुए अपना अगल लक्ष्य बताया है। ये लक्ष्य सिर्फ 700 विकेट हासिल करने का नहीं है।
जेम्स एंडरसन ने पाकिस्तान के खिलाफ लाजवाब प्रदर्शन करने के बाद कहा है कि उनकी निगाह अगले साल होने वाली प्रतिष्ठित एशेज क्रिकेट सीरीज पर लगी हैं और उन्होंने कहा कि वह आस्ट्रेलिया में खेलने के लिये अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करेंगे। एंडरसन ने 2003 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और वह अभी तक 156 टेस्ट मैच खेल चुके हैं।
पांचवीं बार ऑस्ट्रेलिया दौरा
अगली एशेज सीरीज नवंबर 2021 से जनवरी 2022 तक ऑस्ट्रेलिया में खेली जानी है। एंडरसन पांचवीं बार आस्ट्रेलिया का दौरा करने को लेकर उत्सुक हैं।
उन्होंने ‘बीबीसी ब्रेकफास्ट’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैं आस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली टीम में शामिल होने के लिये अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करूंगा। मेरी विकेटों की भूख अब भी पहले की तरह बनी हुई है। मुझे अब भी मैच खेलना पसंद है, इसलिए मैं अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करता रहूंगा और फिट बने रहूंगा।’’
मुझे मौका मिलेगा
इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि अगर वह विकेट लेना जारी रखता है तो उनके पास एशेज टीम में चयन का मौका रहेगा। एंडरसन ने कहा, ‘‘अगर मैं आगामी महीनों में विकेट लेना जारी रखता हूं तो पूरी उम्मीद है कि मुझे आस्ट्रेलियाई दौरे पर जाने का मौका मिलेगा।’’
मेरे छरहरे बदन और मेहनत का बड़ा योगदान
इस तेज गेंदबाज ने कहा कि अपने छरहरे बदन और कड़ी मेहनत के कारण उन्हें अपना करियर इतना लंबा खींचने में मदद मिली। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इस तरह का शरीर मिला। मैं स्वाभाविक तौर पर छरहरे बदन का हूं जिससे मदद मिली। मैंने जिम में बहुत मेहनत की। अगर मैं चोटों से बचा रहता हूं तो फिर कुछ और समय तक खेल सकता हूं।’’