- इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बुमराह रहे सबसे सफल भारतीय गेंदबाज
- सीरीज में बुमराह ने झटके 18 विकेट, ओवल टेस्ट में अकेले पलट दिया पासा
- आशीष नेहरा ने खोला है बुमराह की टेस्ट क्रिकेट में लगातार सफलता का राज
Jasprit Bumrah in India England Test Series 2021: टीम इंडिया के धाकड़ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हर फॉर्मेट में धमाल मचा रहे हैं। दुनियाभर के बल्लेबाजों को उनकी गेंदबाजी का तोड़ नजर नहीं आ रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज के चार टेस्ट मैचों में बुमराह ने 18 विकेट लिए और अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में 6 ओवर के स्पेल में उन्होंने 2 विकेट लेकर मैच का रुख पलट कर रख दिया और टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में अहम योगदान दिया।
ऐसे में बुमराह के साथ गेंदबाजी कर चुके टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने बुमराह के टेस्ट क्रिकेट में लगातार सफल होने की वजह का खुलासा किया है। नेहरा को लगता है कि बुमराह एक स्पेशल गेंदबाज हैं और उनकी गलतियों को दोहराने की आदत नहीं है।
सीरीज में बुमराह रहे सबसे सफल भारतीय गेंदबाज
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज का नाटकीय ढंग से अंत हुआ जिसमें टीम इंडिया 2-1 की बढ़त बनाए हुए थे। बुमराह सीरीज में ओली रॉबिन्सन के बाद दूसरे सबसे सफल गेंदबाज थे। रॉबिन्सन ने जहां सीरीज में 21 विकेट लिए वहीं बुमराह ने 18 विकेट झटके।
गलतियों को दोहरानी की नहीं है आदत
ऐसे में नेहरा ने बुमराहा की जमकर तारीफ करते हुए कहा, 'मेरे लिहाज से उनकी गेंदबाजी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उनकी गलतियों को दोहराने की आदत नहीं है। आप आंकड़ों पर नजर डालें तो उन्होंने पहले टेस्ट मैच में पांच विकेट लिए। नॉटिंघम में 7-8 खिलाड़ियों को आउट किया। इसके बाद एक टेस्ट मैच उनके लिए खराब रहा लेकिन उसके बाद उन्होंने जैसी वापसी की वो शानदार थी। उन्हें ये बात अच्छी तरह मालूम है कि उन्हें कहां पर कोशिश करनी है।'
अब बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं बुमराह
नेहरा ने कहा, आपने निश्चित तौर पर बुमराह की वो यॉर्कर गेंदें देखी होंगी। उन्होंने बाउंसर का भी शानदार उपयोग किया। वो अब बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं इसी वजह से टेस्ट क्रिकेट में बार-बार बेहतरीन प्रदर्शन करने में सफल हो रहे हैं।
ओवल में अकेले दम पिच को समीकरण से कर दिया बाहर
उन्होंने आगे कहा, बुमराह ने ओवल टेस्ट में पिच को समीकरण से ही बाहर कर दिया। जब उन्होंने उस स्पेल में गेंदबाजी की उसके बाद इंग्लैंड की वापसी के सारे रास्ते बंद हो गए। लोगों का मानना था कि पिच बल्लेबाजी के लिए मुफीद है मेरी भी यही राय थी लेकिन इसके बाद बुमराह ने जैसी यॉर्कर गेंदें डालीं उसने पिच को सारे समीकरण से अलग कर दिया।'