- साल 2018 में बुमराह ने केपटाउन में किया था टेस्ट डेब्यू
- एबी डिविलियर्स बने थे बुमराह का पहला टेस्ट शिकार
- 4 साल बाद उसी मैदान पर वापस पहुंचकर हो गए भावुक
केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 7 विकेट से हार का सामना करने के बाद टीम इंडिया तीसरे और निर्णायक मैच के लिए केपटाउन पहुंच चुकी है। केपटाउन में भारतीय टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। अबतक यहां टीम इंडिया एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है। दो टेस्ट मैच में हार-जीत के नए रिकॉर्ड्स बने हैं। ऐसे में निर्णायक टेस्ट भी ऐतिहासिक होने जा रहा है। इस मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच जीतने के साथ-साथ विराट सेना के पास दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर पहली टेस्ट सीरीज जीतने का शानदार मौका है।
इसी मैदान पर किया था टेस्ट डेब्यू
लेकिन इससे इतर टीम इंडिया के एक खिलाड़ी को इस मैच का बेसब्री से इंतजार है। साल 2018 में इसी मैदान पर टीम इंडिया की गेंदबाज की अगुआ बन चुके जसप्रीत बुमराह ने सफेद जर्सी में टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। वक्त का पहिया घूमकर एक बार फिर उसी मैदान पर पहुंच गया है जहां उनके सीमित ओवर की क्रिकेट के स्पेशलिस्ट गेंदबाज से सफल टेस्ट क्रिकेटर बनने का सफर शुरू हुआ था।
पुरानी यादें ताजा हो गईं
बुमराह ने केपटाउन पहुंचने के बाद चार साल पुरानी यादों में खो गए हैं और उन्होंने ट्विटर पर एक भावुक संदेश लिखा। बुमराह ने ट्वीट किया, केपटाउन, जनवरी-2018 वो जगह जहां मेरा टेस्ट क्रिकेट की यात्रा शुरू हुई थी। इन चार साल में मैंने बतौर खिलाड़ी और शख्स के रूप में तरक्की की है। इस मैदान आकर पुरानी विशेष यादें ताजा हो गई हैं।
अबतक ऐसा रहा है टेस्ट करियर
बुमराह ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 3 विकेट लिए थे। एबी डिविलियर्स उनका पहला टेस्ट शिकार बने थे। बुमराह ने उन्हें बोल्ड करके पहला टेस्ट विकेट हासिल किया था। तब से लेकर अबतक चार साल में बुमराह ने 26 टेस्ट मैच खेलते हुए 23.24 की औसत 52.2 के स्ट्राइक रेट से 107 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने इस दौरान 6 बार पांच पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट झटके। पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 27 रन देकर 6 विकेट और मैच में 86 रन देकर 9 विकेट रहा। पिछले चार साल में टीम इंडिया की वैश्विक सफलता में उनका अहम योगदान रहा।