- मियांदाद पाकिस्तान-श्रीलंका टेस्ट में आर्मी कैप पहनकर स्टेडियम पहुंचे
- मियांदाद ने कहा कि भारतीय टीम ने राजनीतिक मामलों को तूल देने के लिए आर्मी कैप पहनी थी
- भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आर्मी कैप पहनी थी
रावलपिंडी: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने भारतीय टीम और कप्तान विराट कोहली पर आर्मी कैप पहनने को लेकर अपनी भड़ास निकाली है। भारतीय टीम ने रांची में इस साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में आर्मी कैप पहनी थी। महेंद्र सिंह धोनी ने मैच शुरू होने से पहले भारतीय टीम को आर्मी कैप वितरीत की थी। भारतीय टीम ने फरवरी में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए यह कदम उठाया था। भारतीय टीम के इस कदम से पाकिस्तान संतुष्ट नहीं था और उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से भारत के खिलाफ एक्शन लेने की शिकायत की थी।
हालांकि, आईसीसी ने पीसीबी की इस गुजारिश को खारिज कर दिया था। आईसीसी ने कहा था कि टीम इंडिया ने पहले ही इसके लिए इजाजत ले ली थी और उसे आर्मी कैप पहनने के लिए सभी की स्वीकृति मिली थी। पाकिस्तान के कई राजनेताओं ने भी भारतीय टीम के इस कदम पर निराशा व्यक्त की थी।
स्टेडियम में आर्मी कैप पहने पहुंचे मियांदाद
जावेद मियांदाद पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच रावलपिंडी में खेले गए टेस्ट मैच में आर्मी कैप पहनकर स्टेडियम पहुंचे थे। पाकिस्तान में एक दशक बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी हुई। मियांदाद ने आर्मी कैप पहनकर स्टेडियम में मौजूद दर्शकों के साथ फोटो भी खिंचवाएं। उन्होंने इस दौरान खुद आर्मी कैप पहनने का कारण बताया और टीम इंडिया पर अपनी भड़ास निकाली। मियांदाद ने कहा कि भारतीय टीम ने आर्मी कैप इसलिए पहनी थी ताकि मामले को राजनीति का रूप दिया जाए।
मियांदाद के हवाले से एरी स्पोर्ट्स ने कहा, 'विराट कोहली और भारतीय टीम ने राजनीतिक साधनों को पूरा करने के लिए आर्मी कैप पहनी थी। मगर मैंने इसलिए नहीं पहनी। मैंने आर्मी कैप इसलिए पहनी क्योंकि मैं अपने देश की आर्मी के प्रति प्यार दर्शाना चाहता हूं और कुछ नहीं। मैं भी एक जवान बनना चाहता था और बचपन से ही इस तरह की कैप पहनता आया हूं।'
वैसे, यह पहला मौका नहीं है जब मियांदाद ने भारत के खिलाफ बयान देकर विवादों को आमंत्रित किया हो। इस साल की शुरुआत में आर्टिकल 370 को समाप्त करने के बाद मियांदाद ने पूछा था कि क्या कश्मीरी अब नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली भारतीय सरकार के खिलाफ विद्रोह करेगी? 62 साल के पूर्व क्रिकेटर ने भारतीय सरकार को डरपोक करार दिया था। उन्होंने कहा था, 'हमें मौका चाहिए और हम साफ कर देंगे।'