- क्या और बढ़ेगा आईपीएल का समय?
- बीसीसीआई सचिव जय शाह ने दिया बड़ा बयान
- अगली बार आईसीसी के एफटीपी में होगा बड़ा बदलाव
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांच साल के मीडिया अधिकारों के लिये 48,390 करोड़ रुपये के राजस्व हासिल करने के बावजूद बीसीसीआई सचिव जय शाह आश्चर्यचकित नहीं है और उन्होंने जोर देकर कहा कि क्रिकेट की सबसे चर्चित टी 20 लीग में के पास और योगदान देने की क्षमता है। तैंतीस साल के शाह ने पीटीआई-भाषा से खास-बातचीत में कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अगले भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में आईपीएल के लिए ढाई महीने का विंडो (समय) होगा।
आईपीएल मीडिया अधिकारों के लिए आक्रामक बोली के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, ‘‘ हमने जिस तरह के आंकड़े हासिल किए हैं, उससे मैं वास्तव में खुश हूं। यह भारतीय क्रिकेट की अभूतपूर्व विकास क्षमता को दर्शाता है। नीलामी हर हितधारक के लिए रोमांचक होने वाली थी। हम इस लीग के वास्तविक मूल्य और संख्या का एहसास करने में सक्षम रहे हैं। यह इसी का एक प्रमाण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने से भारत में क्रिकेट को देखने के तरीके को बदल दिया है। इसका प्रमाण डिजिटल अधिकारों की बोली में देखने को मिला।’’ बीसीसीआई ने इस बार मीडिया अधिकार के लिए आधार मूल्य 32,500 करोड़ रुपये रखा था जो पांच साल पहले के मुकाबले दोगुना था। और शाह इससे अधिक रकम हासिल करने को लेकर आश्वस्त थे।
उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई को कभी नहीं लगा कि आधार मूल्य बहुत ज्यादा है। आपको यह समझने की जरूरत है कि 2018 में यह साल 60 मैच थे।अगले चक्र के लिए, हमारे पास 410 मैच होंगे। आपको डिजिटल प्रभावों की भी जांच करने की आवश्यकता है - 2017 में लगभग 56 करोड़ डिजिटल दर्शक थे और 2021 में यह संख्या 66.5 हो गयी। आप आने वाले वर्षों में इसके और भी बढ़ने की उम्मीद करते हैं।’’
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2027 में आईपीएल में 94 मैच खेले जायेंगे और इसके प्रबंधन तथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर इसके असर के बारे में शाह ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा पहलू है जिस पर हमने काम किया है। आपको बता दें कि अगले आईसीसी एफ़टीपी कैलेंडर से आईपीएल में ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी, ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें। हमने विभिन्न बोर्डों के साथ-साथ आईसीसी के साथ भी चर्चा की है।’’
आईपीएल की दर्शक संख्या में 30 प्रतिशत गिरावट की बातों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘2020 और 2021 में आईपीएल की व्यूअरशिप बहुत अधिक इसलिए थी क्योंकि कोविड-19 के दौर में क्रिकेट का सीधा प्रसारण मनोरंजन का अच्छा माध्यम था। इस साल जब कोविड-19 का असर कम हुआ तो लोग घर से बाहर निकलने लगे। लेकिन इससे व्यूअरशिप में कोई कमी नहीं आयी। लोगों ने रेस्टोरेंट और पब जैसी जगहों पर मैचों का लुत्फ उठाया। डिजिटल माध्यमों में दर्शकों की संख्या काफी बढ़ी है।
आईपीएल के लंबे सत्र के कारण भारत का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रभावित होगा लेकिन शाह ने कहा कि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट तब तक मजबूत रहेगा जब तक विश्व क्रिकेट मजबूत रहेगा। मैं आपको इसका आश्वासन देता हूं। बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध है और यह केवल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया या भारत बनाम इंग्लैंड जैसी बड़ी श्रृंखलाओं के बारे में नहीं है, हम छोटे देशों के साथ भी खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सभी प्रारूपों में सभी द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का सम्मान किया जाएगा। हम इसी महीने आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे हैं।’’