- आज के दिन हुआ था जिम लेकर का जन्म
- क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक
- जब एक मैच में लिए थे 19 विकेट, दुनिया को दिया था सबसे बड़ा रिकॉर्ड
आज क्रिकेट जगत के उस खिलाड़ी का जन्मदिन है जिसे इतिहास के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक माना जाता है। हम बात कर रहे हैं इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर जिम लेकर की। एक ऐसा स्पिनर जिसने अपनी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे, फिर चाहे वो उनका बचपन हो या फिर करियर में संघर्ष। इस खिलाड़ी ने कुछ ऐसे रिकॉर्ड बनाए जिसने दुनिया को दंग कर दिया।
साल 1992 में आज की तारीख को यॉर्कशर (इंग्लैंड) में जिम लेकर का जन्म हुआ था। उनकी एक बायोग्राफी छपी थी जिसमें बताया गया था कि उनका परिवार व जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा था। कम उम्र में उन्होंने स्कूल क्रिकेट के जरिए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और फिर यॉर्कशर क्रिकेट क्लब से होते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक का सफर तय किया।
पिता की तस्वीर भी नहीं देखी
जिम लेकर की मां एलेन ने कम उम्र में जिस आदमी से शादी की थी उनके बिना शादी किए 3 बेटियां हुईं और बाद में उस आदमी ने एलेन को छोड़ दिया। एलेन ने किसी तरह शिक्षक के रूप में कुछ पैसे कमाए और बच्चों को पाला। कुछ सालों बाद वो चार्ल्स हेनरी लेकर से मिलीं और दोनों की एक बेटी हुई और 9 फरवरी 1922 को एक बेटे का जन्म हुआ। वो जिम लेकर थे।
साल 1924 में चार्ल्स ने भी एलेन को छोड़ दिया और वो फिर अकेली हो गई थीं। उस समय जिम सिर्फ 2 साल के थे। ना तो उन्होंने अपने पिता की याद है और ना ही कोई तस्वीर देखी।
मां ने क्रिकेट खेलने को बढ़ावा दिया
जिम लेकर की मां ने बचपन से ही अपने बेटे को खेलों के क्षेत्र में आगे रखा। वो चाहती थीं कि जिम एक दिन बड़े क्रिकेटर बनें। जिम भी फिट थे और बचपन से ही वो अच्छा क्रिकेट खेलने लगे थे। जिम को बचपन में उनकी मां और उनकी मां की बहनों ने परवरिश दी थी। जिम मां के सपने को पूरा करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने स्कूल के दिनों से ही जमकर मेहनत की।
सेना में भर्ती हुए
जिम लेकर ने कम उम्र में पढ़ाई छोड़ दी थी, वो पढ़ाई में अच्छे थे लेकिन घर चलाना मुश्किल था इसलिए पहले एक नौकरी की और बाद में सेना में भर्ती हो गए। सेना में रहते हुए ही क्रिकेट खेलते-खेलते आगे बढ़े। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब वो वापस इंग्लैंड लौटे तो उन्होंने काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू किया और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए 1948 में वो इंग्लैंड की टेस्ट टीम में शामिल हो गए।
बनाया सबसे खास रिकॉर्ड
एक स्पिनर के रूप में वो अच्छी शोहरत हासिल कर चुके थे और क्रिकेट जगत में उनका दबदबा था लेकिन सबसे बड़ा पल आया जुलाई 1956 में जब इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच खेला जा रहा था और उस मैच का नाम 'लेकर्स मैच' नाम से जाना गया। इसकी वजह ये थी कि जिम लेकर ने उस मैच की दिशा अकेले तय की थी। उन्होंने एक पारी में सभी 10 विकेट लिए और दूसरी पारी में 9 विकेट। वो टेस्ट इतिहास में एक मैच में 19 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। उन्होंने उस मैच में 90 रन देकर 19 विकेट लिए थे।
दशकों बाद भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने एक पारी में पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट लेकर जिम लेकर के एक रिकॉर्ड की बराबरी तो कर ली लेकिन एक मैच में 19 विकेट लेने का कमाल आज तक कोई गेंदबाज नहीं कर सका। जिम लेकर ने 46 टेस्ट मैचों में 193 विकेट लिए जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इस स्पिनर ने 450 मैचों में 1944 विकेट लेकर खलबली मचाई थी।